जयपुर-रीट भर्ती परीक्षा से पहले शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि प्रदेश के दिव्यांगजनो को परीक्षा केंद्र उनके गृह जिले या उनके आसपास ही आवंटित किया जाएगा लेकिन जब प्रवेश पत्र जारी हुए तो ऐसा नही हुआ। इससे दिव्यांगजनो में भारी रोष हैं। अधिकतर दिव्यांग साथियों ने दिव्यांग जगत को बताया कि उनका परीक्षा केंद्र उनके गृह जिले में देने के स्थान पर दूसरे जिले में दे दिया गया एवं सैकड़ो दिव्यांगों के परीक्षा केंद्र लगभग 100 किलोमीटर दूर दिया गया हैं।
कैसे जाएंगे दिव्यांग परीक्षा देने
26 सितंबर को आयोजित होने वाली रीट भर्ती परीक्षा में लगभग 26 लाख परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। ऐसे में यह स्वाभाविक हैं कि उस दिन बसों में काफी भीड़ रहने वाली हैं। ऐसे में दिव्यांग के सामने सबसे बड़ी समस्या यह हैं कि वो सेंटर पर कैसे समय से पहुंचेगा।
सरकार से मांग
प्रदेश के सैकड़ों दिव्यांगजनो ने मुख्यमंत्री गहलोत एवं शिक्षामंत्री से मांग की हैं अभी भी लगभग एक सप्ताह का समय हैं इसलिए हम दिव्यांगजनो को परीक्षा केंद्र हमारे क्षेत्र में ही दिए जाएं।