डाॅक्टरेट की मानद उपाधि से पूरणमल शर्मा को नवाजा,देशभर से मिल रही बधाईयाँ
ग्लोबल ह्यूमन पीस यूनिवर्सिटी ने शिक्षक दिवस पर पूरणमल शर्मा को डाॅक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा
डूंगरपुर। तपस शैक्षिक पुनर्वास एवं अनुसंधान संस्थान्, डूंगरपुर के संस्थापक सचिव पूरणमल शर्मा को शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसम्बर 1980 में स्थापित ग्लोबल ह्यूमन पीस यूनिवर्सिटी, कनाड़ा द्वारा मानद डाॅक्टरेट की उपाधि दी गई उन्हे यह सम्मान जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में दिव्यांग बालक-बालिकाओं को शिक्षा के अवसर उपलब्ध करवाने एवं सामाजिक सेवाओं की उत्कृष्टता के उच्चतम मानक प्रदर्षित करने पर ग्लोबल ह्यूमन पीस यूनिवर्सिटी कनाड़ा के भारत में स्थित क्षेत्रीय कार्यालय चेन्नई द्वारा चेन्नई में आयोजित दीक्षान्त समारोह में विशेष आयुक्त एवं शासन सचिव तमिलनाडु सरकार श्री के. संपथ कुमार, ग्लोबल ह्यूमन यूनिवर्सिटी के संस्थापक एवं चान्सलर डाॅ. पी. मेनुल, श्री के. वेंकटेशन मुख्य न्यायाधीश, तमीलनाडू, डाॅ. सी. आर. बसकरन, नीथयीन कुरल एवं मक्काल टी.वी. काॅर्डिनेटर तथा श्री एम. करूणानिथी उप पुलिस कमिशनर, तमिलनाडू द्वारा संयुक्त रूप से विश्व की सर्वोच्च मानद उपाधि डाॅक्टरेट प्रदान की गई।
पूरणमल शर्मा पिछले तीन दशको से भी अधिक समय से दिव्यांग बालक – बालिकाओं की विशेष शिक्षा, प्रशिक्षण एवं राष्ट्रीय स्तर पर दिव्यांग जनों को खेलों में प्रोत्साहित करने तथा उन्हे समाज की मुख्य धारा से जोडने के लिए संम्पूर्ण भाव से समर्पित है। इनकी सेवाओं के लिए पूर्व में भी इन्हे कई राष्ट्रिय एवं अन्तराष्ट्रीय सम्मान प्रदान किये जा चुके है। पूरणमल शर्मा ने इन सम्मान का श्रेय अपनी स्वर्गीय माता को दिया जिन्होने इन्हे दिव्यांग, अनाथ एवं बेसहारा व्यक्तियों की सेवा करने का संस्कार दिया एवं यह सम्मान उन दिव्यांग बालकों को समर्पित किया जिनकी सेवा करने से आशिर्वाद स्वरूप यह मिला है।