नई दिल्ली. आज हम आपको एक ऐसे शख्स की कहानी बता रहे हैं जिन्हें कभी दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती थी लेकिन आज अपने मेहनत के दम पर 2,000 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी. हम बात कर रहे हैं मुस्तफा पीसी (Musthafa PC) का. मुस्तफा पीसी का जन्म केरल के एक सुदूर गांव में हुआ था. उनके पिता, एक दिहाड़ी मजदूर थे, जो सिर्फ 10 रुपये मजदूरी कमाते थे. वे अच्छी तरह से शिक्षित नहीं थे लेकिन अपने बच्चों को शिक्षित करने का सपना देखते थे.
मुस्तफा ने ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे (Humans of Bombay) के साथ सोमवार को प्रकाशित एक इंटरव्यू में बताया, “हमने दैनिक वेतन में मुश्किल से 10 रुपये कमाए. दिन में तीन बार भोजन करने के बारे में तो हम सोच भी नहीं सकते थे. मैं खुद से कहूंगा, ‘अब भी भोजन शिक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण है.”
आईडी फ्रेश फूड के सीईओ हैं मुस्तफा पीसी आईडी फ्रेश फूड के सीईओ मुस्तफा पीसी (Musthafa PC, CEO of iD Fresh Food) ने कहा, कि एक शिक्षक के बदौलत उन्हें मुफ्त में पढ़ाई का मौका मिल पाया. जब उनके कॉलेज जाने का समय आया, तो उनके शिक्षकों ने उनकी फीस का भुगतान किया. अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी होने के बावजूद, मुस्तफा हमेशा अपना खुद का बिजनेस शुरू करने में रुचि रखते थे. मुस्तफा ने बाद में रेडी-टू-ईट फूड निर्माता आई डी फ्रेश फूड की स्थापना की. जो कंपनी हजारों युवाओं को रोजगार देती है और इडली और डोसा बैटर बनाती है.
50,000 रुपये लगाकर शुरू किया था बिजनेस मुस्तफा पीसी ने शुरुआत में कंपनी में 50,000 रुपये का निवेश किया था. उन्होंने 50 वर्ग फुट के किचन में ग्राइंडर, मिक्सर और एक वजनी मशीन के साथ काम शुरू किया गया था. मुस्तफा कहते हैं शुरुआत में हमें एक दिन में 100 पैकेट बेचने में 9 महीने से ज्यादा का समय लगा.’ कई सालों तक कंपनी ने काफी संघर्ष किया और बहुत नुकसान का भी सामना किया.एक समय था जब वे अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे सकते थे.