‘ये कभी मेरी कुर्सी थी…अब आप इसपर बैठिए’! जब PM नरेंद्र मोदी से बोले बाइडेन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात की. दोनों नेताओं ने करीब घंटे तक बातचीत की. इस दौरान बाइडेन ने याद दिलाया कि 2006 में उन्होंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के करीबी देशों में शुमार होंगे. इसका सबूत दोनों देशों के नेताओं की गर्मजोशी से हुई मुलाकात में देखने को भी मिला.

2 साल बाद व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ. सबकी निगाहें इस बात पर लगी थीं कि अमेरिका में सरकार बदल जाने के बाद मोदी का कैसे स्वागत होगा, लेकिन व्हाइट हाउस की इन तस्वीरों ने दोस्ती के नए दौर पर मुहर लगा दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार से उतरकर व्हाइट हाउस में दाखिल हुए, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति उनका स्वागत करने के लिए इंतजार कर रहे थे. प्रधानमंत्री पूरे आत्मविश्वास के साथ व्हाइट हाउस में दाखिल हुए और जैसे ही वो व्हाइट हाउस के ओवल दफ्तर में दाखिल हुए अमेरिकी राष्ट्रपति फूले नहीं समाए. 

प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़कर बाइडेन को नमस्ते कहा, वहीं बाइडेन ने उन्हें वेलकम बैक कहा. इस बातचीत के दौरान पुराने दोस्तों की तरह दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का हाथ पकड़े रखा. दोनों के चेहरे पर मास्क होने पर भी उनकी खुशी देखते ही बनती थी.

किस्सा कुर्सी का…

इसके बाद जो बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बॉन्डिंग का एक और सबूत देखने को मिला. जो बाइडेन पीएम मोदी के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें कुर्सी तक ले गए और कुर्सी ऑफर करते हुए हंसी-हंसी में ये कहा कि ये मेरी उस समय की कुर्सी है, जिस पर मैं उपराष्ट्रपति के तौर पर बैठता था. अब आप बैठिए मैं राष्ट्रपति बन गया हूं. 

वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस सम्मान पर गर्व है. जवाब में बाइडेन ने भी कहा मुझे भी गर्व है. दोनों दिग्गजों की बॉन्डिंग सब कुछ कह रही थी. बता रही थी कि बराक ओबामा और डॉनल्ड ट्रंप की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो बाइडेन के साथ अच्छी केमिस्ट्री बनाने में शुरुआती तौर पर कामयाब हो चुके हैं.

वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि मेरा और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं. पहले भी हमें चर्चा करने का अवसर मिला था और आपने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के लिए अपना दृष्टिकोण रखा था. आज आप हमारे संबंधों के अपने विजन को लागू करने के लिए पहल कर रहे हैं. 

और आशंकाओं पर लग गया विराम…
 
व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडेन से पीएम की ये पहली मुलाकात थी. इससे पहले 2014 के अमेरिकी दौरे में नवरात्र चल रहा था और पीएम मोदी के व्रत चल रहे थे. बाइडेन ने प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में दावत दी थी, लेकिन नवरात्र का व्रत होने से प्रधानमंत्री ने जब लंच नहीं किया तो बाइडेन ने एक दोस्त की तरह इस बात पर चुटकी ली थी, लेकिन जिस तरह से बाइडेन राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा. उससे भारत में भी ये सवाल खड़ा हुआ कि क्या मोदी ट्रंप की तरह बाइडेन से रिश्ता जोड़ पाएंगे, लेकिन इन आशंकाओं पर अब विराम लग चुका है. 

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