राजगढ़ की यही पहचान, नशा मुक्त हो हर इन्सान – चम्पालाल महाराज
नशामुक्ति अभियान में उमड़े श्रद्धालु
मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर । अजमेर जिले के सुप्रसिद्ध सर्वधर्म धार्मिक स्थल श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर रविवारीय मेले में नशामुक्ति को लेकर राजस्थान पत्रिका व मसाणिया भैरव धाम के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को नशामुक्ति हेतु विशेश अभियान चलाया गया। धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि इस अभियान में लगभग 1500 श्रद्धालुओं ने अपने दोनों हाथ उठाकर जीवन में दोबारा नशा नहीं करने का संकल्प लिया । जिसमें पुरूषो की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक रही। नशा त्यागने वाले पुरूषों व महिलाओं ने नशे करने वाली वस्तुओ को बाबा के श्रीचरणो में छोड़ा। आए हुए श्रद्धालुओं ने स्वयं के लिए तथा परिवार को नशे के दुश्प्रभाव से बचाने के लिए स्वेच्छा से नशामुक्ति का संकल्प लिया। इस दौरान शराब, तम्बाकू, गांजा आदि नशा त्यागने का संकल्प लिया गया। श्रद्धालु हाथों मे स्लोगन लिखी तख्तियां व बैनर थामे हुए थे। संकल्प कार्यक्रम में धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान पत्रिका अपने समाचार पत्र के माध्यम से समाज में सामाजिक चेतना जगाने का कार्य कर रही है। महाराज ने कहा कि राजगढ़ धाम की यही पहचान नशा मुक्त हो कर इन्सान, नशे के ज्यादा सेवन से दुर्घटनाओं व कैंसर जैसी बीमारियों से अधिकतर लोग असमय अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं। युवा पीढ़ी के कई युवा जिनको नशे की लत लग चुकी है । जिससे उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। दुर्घटनाओं में अपंगता व मृत्यु, समाज में गरीबी व भयंकर बीमारियों से अकाल मृत्यु का मूल कारण नशा ही होता है। इसलिये नशे का त्याग अवश्य ही करना चाहिये। युवा, महिलाओं व लोगों को नशामुक्त करने के लिए पत्रिका की मुहिम व सामाजिक सरोकार में हम सब भागीदारी निभाएंगे। धाम में अब तक नशामुक्ति महाअभियान के अंतर्गत पिछले कई वर्षों में लाखों लोगों का नशा छुड़ाया गया है।