सचिन पायलट जिंदाबाद अशोक गहलोत मुर्दाबाद के लगे जमकर नारे

पुष्कर के मेला मैदान में आयोजित एमबीसी की महापंचायत बनी राजनीति का अखाड़ा

सचिन पायलट जिंदाबाद अशोक गहलोत मुर्दाबाद के लगे जमकर नारे

शकुंतला रावत और अशोक चांदना के भाषण के दौरान जमकर की हूटिंग

अशोक चांदना के भाषण में पानी की बोतले और चप्पल जूते मंच पर बरसाए

जिला कलेक्टर एसपी सहित जिले के आला अधिकारीयो ने संभाला मोर्चा

पुलिसकर्मियों वह आयोजको के सदस्यो को स्थिति को काबू में करने के लिए करनी पड़ी कड़ी मशक्कत

विजय बैसला के समझाने पर भी एमबीसी समाज के लोग नहीं आए काबू में

सचिन पायलट के नारों से गूंज उठा मेला मैदान

मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर

अजमेर । तीर्थ नगरी पुष्कर में कर्नल बैंसला की विसर्जन यात्रा के कार्यक्रम के दौरान आयोजित हुई मेला मैदान में महापंचायत राजनीति के अखाड़े में तब्दील हो गई जब एमबीसी समाज के युवाओं ने सचिन पायलट जिंदाबाद अशोक गहलोत मुर्दाबाद के नारेबाजी शुरू कर दी । यही नहीं देवस्थान विभाग की मंत्री शकुंतला रावत और खेल मंत्री अशोक चांदना मंच पर जेसे ही भाषण देने पहुंचे युवाओं ने जमकर नारेबाजी की और जमकर हूटिंग की । इसके अलावा अशोक चांदना के भाषण के दौरान कुछ एमबीसी समाज के युवाओं ने चप्पल जूते और पानी की बोतले मंच की तरफ फेक दी और भाषण के दौरान अपने पैरों से जूते चप्पल हाथ में लेकर जमकर हूटिंग शुरू कर दी। तो कुछ लोगों ने धक्का-मुक्की में कुर्सियां तक तोड़ दी । मामला बिगड़ता देख जिला कलेक्टर अंशदीप और एसपी चुनाराम जाट सहित जिले के सभी आला अधिकारीयो ने मोर्चा संभाला और स्थिति को काबू में करने की कोशिश की । शकुंतला रावत और अशोक चांदना के पूरे भाषण के दौरान जमकर हूटिंग की गई । एमबीसी समाज के युवाओं की नाराजगी को देखते हुए महापंचायत में अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत और आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ अपना संबोधन नही कर सके। युवाओं के जमकर की जा रही हूटिंग और नारेबाजी के चलते विजय बैंसला स्वय दो-तीन बार गुस्से में आकर माइक लेकर सबको चुप रहने की नसीहत दी और कहा कि कर्नल बैंसला को सच्ची श्रद्धांजलि देवे ने की नारेबाजी करें और कोम की बदनामी नही करें उन्होंने कहा कि यह किसी पार्टी और व्यक्तिगत महापंचायत नहीं है यह समाज की महापंचायत है यह कर्नल बैंसला की सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए महापंचायत की गई है । इसमें कोई भी हूटिंग और नारेबाजी नहीं करें उसके बावजूद भी एमबीसी समाज के युवा माने नहीं और नारेबाजी करते हुए मंच की तरफ बढ़ गए । स्थिति इतनी विकट हो गई कि पुलिस को स्थिति को काबू में करने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा । पुलिस और एमबीसी समाज के युवाओं में काफी धक्का मुक्की हो गई इस दौरान बल्लिया तक टूट गई तथा कुर्सीया तक तोड़ डाली।
अशोक गहलोत गुट का जमकर किया विरोध
सचिन पायलट के समर्थको ने जबरन वीआईपी कुर्सीयो पर किया कब्जा
विजय बैंसला के हटाने पर पायलट समर्थको ने की जमकर नारेबाजी
पुष्कर के मेला मैदान में कर्नल बैंसला के अस्थि विसर्जन यात्रा के दौरान आयोजित महापंचायत में वीआईपी मंच पर गहलोत समर्थक मंत्रियों वह जनप्रतिनिधियों को बिठाने का जमकर विरोध किया और सचिन पायलट समर्थको ने पुलिस से धक्का मुक्की करते हुए और नारेबाजी करते हुए उनके समर्थक जबरन वीआईपी मंच पर कुर्सीयो पर जा बैठे । पुलिस और प्रशासन ने हटाने की काफी कोशिश की लेकिन कोई भी नहीं माना । इस दौरान विजय बेसला ने जबरन वीआईपी कुर्सी पर बैठे लोगों को वहां से हटाया तो माहौल तनावपूर्ण हो गया । हूटिंग शुरू कर दी और सचिन पायलट जिंदाबाद अशोक गहलोत मुर्दाबाद के नारेबाजी शुरू कर दी। युवाओं को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वह माने नहीं और पुलिस से धक्का-मुक्की करने लग गए । मामला बिगड़ता देख भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया और चारों तरफ घेराबंदी कर स्थिति को काबू में किया।
खेल मंत्री अशोक चांदना की गाड़ी का किया घेराव
पुष्कर मेला मैदान में एमबीसी समाज की महापंचायत में भाषण देने के बाद अपनी गाड़ी में रवाना होते ही खेल मंत्री अशोक चांदना का सचिन पायलट के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी कर उनका घेराव किया और काफी संख्या में लोग सचिन पायलट जिंदाबाद अशोक गहलोत मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उनकी गाड़ी को घेर लिया । पुलिस ने बड़ी मुश्किल से खेल मंत्री अशोक चांदना की गाड़ी को निकाला स्थिति इतनी खराब हो गई थी सचिन पायलट के समर्थक खेल मंत्री अशोक चांदना की गाड़ी के पीछे दौड़ने लग गए।
सतीश पूनिया राजेंद्र राठौड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के भाषण के दौरान जमकर तालियां बजाकर किया स्वागत
पुष्कर के मेला मैदान में कर्नल बैंसला के अस्थि विसर्जन के दौरान आयोजित महापंचायत में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के भाषण के दौरान एमबीसी समाज के लोगो ने जमकर तालियां बजाकर स्वागत किया । इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने भी महापंचायत को संबोधित किया । इस दौरान दोनों ने अपने भाषण में संबोधित करते हुए कहा कि कर्नल बैंसला का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा उनके अधूरे सपनों को पूरा किया जाएगा और हम किसानों और गरीबों के साथ रहेंगे किसानों और गरीबों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने देंगे।
मंत्री शकुंतला रावत के भाषण में भी जमकर हुई हूटिंग व नारेबाजी
मंत्री अशोक चाँदना जैसा ही हाल मंत्री शकुंतला रावत का हुआ । रावत ने जैसे ही मंच पर पहुँचकर माइक संभाला वैसे ही जनता नारेबाजी करने लग गई । नाराज लोगो का कहना था कि चले जाओ यहां से हमे तुम्हारा भाषण नही सुनना है । यह सुनकर मंत्री शकुंतला रावत भी सकपका गई और बोली कि मुझे पता है आपकी नाराजगी किससे है लेकिन में अपनी बात पूरी करके ही जाऊँगी । इस अवसर पर रावत ने बैंसला के नाम पर एक कॉलेज खोलने की भी घोषणा की ।
वैभव गहलोत को बेरंग लौटना पड़ा
सभा स्थल पर सचिन पायलट समर्थकों द्वारा जमकर नारेबाजी ओर हूटिंग करने के कारण वैभव गहलोत को बिना भाषण दिए ही बेरंग लौटना पड़ा
गहलोत और मंत्रियों के जाने के बाद प्रशासन ने ली राहत की सांस
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके सभी मंत्रियो के खिलाफ अचानक हुए हंगामे को देखकर एस पी चुनाराम जाट , एएसपी विकास सांगवान , वैभव शर्मा ,सुमित मेहरदा , डिप्टी इस्लाम खान , प्रीति चौधरी , एसडीएम सुखाराम पिंडेल सहित अन्य सभी प्रशासनिक अधिकारियों के पसीने छूट गए । यही वजह रही कि नेताओ को भीड़ के गुस्से से बचाने के लिए कई सुरक्षा घेरे बनाये गए । लेकिन जैसे ही ओम बिड़ला के पीछे पीछे वैभव गहलोत और मंत्री अशोक चाँदना और शकुंतला रावत रवाना हुए वैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों ने भी बाद में राहत की सांस ली ।
हंगामा करने वालो को काबू में करने के लिए पुलिस ने बरती सख्ती , कुछ युवाओं को पकड़कर किया सभा स्थल से बाहर
आयोजको द्वारा मंच से बार बार अपील करने के बाद भी जब हंगामा करने वाले लोग शान्त नही हुए तो स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को सख्ती अपनानी पड़ी । कुछ लोग डिप्टी प्रीति चौधरी से उलझ गए जिससे डिप्टी चौधरी ने सख्ती बरतते हुए भीड़ में घुसकर कुछ युवाओं को ना सिर्फ खींचकर बाहर निकाला बल्कि धक्के मारते हुए उन्हें सभा स्थल से बाहर भिजवाया । लेकिन इसके बावजूद भी नाराज युवा शांत नही हुए और समय समय पर नारेबाजी कर अपना विरोध जताते रहे ।
दावे हुए खोखले लाखों की भीड़ हजारों में सिमटी
तीर्थ नगरी पुष्कर में कर्नल बैंसला के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में आयोजक समिति ने पांच लाख लोगों के आने की बात प्रशासन और पुलिस को कही जिसके चलते प्रशासन वह पुलिस ने लाखो लोगो के आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के यातायात व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए तो वही पुष्कर की किलेबंदी कर चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए यही नहीं भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए शांति वह सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दुकानदारों ने प्रशासन के आग्रह पर दुकानें भी बंद कर दी । लेकिन उम्मीद से कम लोग इस कार्यक्रम में जुट पाए और लाखों की भीड़ हजारों में सिमट गई । यही नहीं मेला मैदान भी आधा खाली नजर आया तो वही बाजारों और घाटों में भी भीड़ नजर नही आई मात्र गुजर घाट पर ही एमबीसी समाज के लोगों की भीड़ देखने को मिली । गुर्जर घाट से लेकर मेला मैदान तक ही एमबीसी समाज के लोगों की चहल-पहल नजर आई इसके अलावा सभी जगह सुनसान नजर आया । भीड़ नहीं आने के बाद दुकानदारों ने भी धीरे-धीरे अपनी दुकान खोल ली। वही अस्थि विसर्जन के बाद प्रशासन ने भी शांति पूर्वक कार्यक्रम हो जाने पर राहत की सांस ली।

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