मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर । राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (आरएमसीटीए), अजमेर के सदस्यों ने शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अजमेर में एकजुट होकर डॉ. गायत्री और डॉ. कुलदीप के साथ अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा की गई अन्यायपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में आरएमसीटीए के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए। एसोसिएशन ने प्रशासन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में शामिल पूरी टीम को निलंबित करने, पुनः निर्माण की स्वीकृति देने, एडीए से माफीनामा जारी करने और आदेश पारित करने वाले संबंधित आरएएस और आईएएस अधिकारियों पर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करने की मांग की।
आरएमसीटीए ने स्पष्ट किया कि इस घटना से चिकित्सा शिक्षकों और डॉक्टरों में गहरी नाराज़गी है और यदि उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं तो आगे और बड़े आंदोलन की योजना बनाई जाएगी।
आरएमसीटीए के अध्यक्ष डॉ. संजीव माहेश्वरी ने प्रशासनिक अधिकारियों की इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण और अवैधानिक करार दिया। महासचिव डॉ. पूजा माथुर ने कहा कि चिकित्सा समुदाय के सम्मान और सुरक्षा के लिए यह लड़ाई जारी रहेगी। कोषाध्यक्ष डॉ. मयंक श्रीवास्तव ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से चिकित्सकों का मनोबल प्रभावित होता है और यह चिकित्सा सेवा की गुणवत्ता पर भी असर डाल सकता है।
इस विरोध प्रदर्शन में आरएमसीटीए के
जेएलएन मेडिकल कॉलेज, अजमेर के अन्य वरिष्ठ डॉ. G. S. Meena , Dr. Ramakant Dixit , Dr. M. P. Sharma , Dr. Shiv Bunkar, Dr. Neeraj Gupta , Dr. Meenakshi, Dr. Maniram डॉ. श्याम भूतड़ा, डॉ. गरिमा बाफना ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
आरएमसीटीए ने प्रशासन से जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई करने और डॉक्टरों को न्याय देने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो सकें।