Jaipur: प्रदेश में बालिकाओं और महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों को लेकर अब राजस्थान पुलिस मुख्यालय (Rajasthan Police Headquarters) हरकत में आया है. पुलिस मुख्यालय की ओर से प्रदेश के सभी पुलिस थानों में ‘सुरक्षा सखी’ समूह का गठन करने के आदेश जारी कर महिला सुरक्षा पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस मुख्यालय के आदेशों के बाद सभी जिलों में पुलिस ‘सुरक्षा सखी’ समूह का गठन कर बैठकें आयोजित की जा रही हैं. जयपुर में खुद पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव (Anand Srivastava) ने सुरक्षा सखी योजना को लेकर वेबीनार का आयोजन कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए.
प्रदेश में बालिकाओं और महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों के चलते पुलिस मुख्यालय ने महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर अनूठा कदम उठाया है. महिलाओं-बालिकाओं की सुरक्षा, उन्हें अधिकारों और कानून के प्रति जागरूक करने के साथ ही उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पुलिस ने एक सेतु तैयार किया है. इस सेतु को ‘सुरक्षा सखी’ का नाम दिया गया है. हर पुलिस जिले में महिला सुरक्षा सखी वॉलिटियर्स को चिन्हित कर महिला सुरक्षा के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है. पुलिस कमिश्नरेट की ओर से महिला सुरक्षा सखी योजना को लेकर वेबीनार का आयोजन कर सभी महिला सुरखा सखी वॉलिटियर्स से संवाद कर योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
क्यों हुआ ‘सुरक्षा सखी’ का गठन
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के चारों जिलों में करीब 50 पुलिस थानों में ‘सुरक्षा सखी’ समूहों का गठन किया गया है. प्रत्येक थाना क्षेत्र में महिलाओं और नाबालिग बच्चियों से संबंधित समस्या या उनसे जुड़े अपराधों की रोकथाम पर सकारात्मक संवाद स्थापित करने के लिए ‘सुरक्षा सखी’ का गठन किया गया है. अबतक राजधानी जयपुर के विभिन्न पुलिस थानों में करीब 1700 महिला सुरक्षा सखी वॉलिटियर्स चिन्हित कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो पुलिस और महिलाओं के बीच संवाद सेतु के रूप में काम कर रही है, जिन्हें वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर पुलिस की तमाम सूचनाओं और जागरूकता संदेशों को उन तक पहुंचाया जा रहा है.
महिला सुरक्षा को मिलेगा बल
महिला संबंधी अपराधो की रोकथाम के साथ ही उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से राजस्थान पुलिस की ‘सुरक्षा सखी’ योजना पर काम जारी है. पुलिस और महिलाओं के बीच संवाद सेतु स्थापित करने के लिए प्रदेश में बड़े पैमाने पर महिलाओं को महिला सुरक्षा सखी बना, उनकी बैठकें ली जा रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि महिला सुरक्षा की दिशा में राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) की सुरक्षा सखी योजना अहम कड़ी साबित होगी.