अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद गोविंद देव महाराज लोगों को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मंच पर मौजूद पीएम मोदी भावुक हो गए. इसके बाद पीएम मोदी ने पीछे मौजूद SPG कमांडो ने उनके पीठ पर हाथ रखकर उन्हें सहारा दिया. इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत, सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद थे.
पीएम ने रखा 11 दिन का व्रत
प्रधानमंत्री के बारे में बात करते हुए गोविंद देव महाराज ने मंच कर कहा था कि पीएम मोदी को तीन दिनों के व्रत रखने और ज़मीन पर सोने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने स्वेच्छा से यह काम 11 दिनों के लिए किया.
क्यों भावुक हुए पीएम मोदी?
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद गोविंद देव महाराज ने संबोधन में कहा कि एक युग परिवर्तन के लिए हमें अपने आपको साधना पड़ता है, इस प्रकार जीवन साधने वाले और हमारे देश की परंपरा के लिए एक युग की आवश्यकता, सनातन के अंतनकरण की आवश्यकता के रूप में हमें आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राप्त हुए. ये सिर्फ इस देश का नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व का भाग्य है कि आज हमें एक ऐसा दृश्य प्राप्त हुआ है.
सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए- पीएम
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन और मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कितना कुछ कहने को है, लेकिन कंठ अवरूद्ध है, शरीर स्पंदित है, चित अभी भी उस पल में जी रहा है. हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे. हमारे रामलला अब दिव्य मंदिर में रहेंगे. मेरा पक्का विश्वास है, आपार श्रद्धा है, जो घटित हुआ है, उसकी अनुभूति देश और विश्व के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी.