नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने फिर बढ़ाया देश का मान,
सत्यार्थी बने संयुक्त राष्ट्रसंघ के सतत विकास लक्ष्य का एडवोकेट, क्षेत्र में खुशी की लहर।
विराटनगर
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने एक बार फिर भारत का मान बढ़ाया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने उन्हें अपना सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) एडवोकेट बनाया है। “एसडीजी एडवोकेट” के रूप में सत्यार्थी संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्य को सन 2030 तक हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सत्यार्थी ने बाल दासता को समाप्त करने और बच्चों के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अधिकारों के लिए वैश्विक आंदोलन के निर्माण में अग्रणी भूमिका रही है। उन्होंने बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने और एक ऐसी दुनिया के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है, जहां हर बच्चे को स्वतंत्र, स्वस्थ, शिक्षित और सुरक्षित जीवन जीने का प्राकृतिक अधिकार हासिल हो सके। इस खांटी भारतीय के प्रयास से ही बाल श्रम के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कानून यानी आईएलओ कन्वेंशन-182 पारित हुआ। उनके इन योगदानों को देखते हुए उन्हें एसडीजी एडवोकेट बनाया गया है।
सत्यार्थी की “एसडीजी एडवोकेट” के रूप में नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब एक तरफ बाल श्रम उन्मूलन का अंतरराष्ट्रीय वर्ष चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ पूरी दुनिया को दो दशकों में पहली बार बाल श्रम में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिली है।
सतत विकास लक्ष्यों पर भी कोविड-19 व बढ़ते बाल श्रमिकों के संकट का दूरगामी असर पड़ रहा है, जिसे 2030 तक हासिल किया जाना है।
इस अवसर पर श्री कैलाश सत्यार्थी ने कहा, ‘‘दुनिया के बच्चों की ओर से मैं इस नियुक्ति को स्वीकार करते हुए सभी बच्चों को न्याय ,शांति एवं हर बच्चा सुरक्षित, स्वस्थ और शिक्षित हो यह हम सबके लिए हर एक बच्चा मायने रखता हैं।
सत्यार्थी को संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा सतत विकास लक्ष्य एसडीजी एडवोकेट बनाए जाने पर बाल आश्रम ,बाल मित्र ग्रामों एवं बंजारा शिक्षा केंद्रों पर खुशी की लहर उमड़ पड़ी। इस अवसर पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों युवा मंडल ,बाल पंचायत, महिला मंडल सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर की इस अवसर पर विराटनगर प्रधान बूंदी देवी गुर्जर, पालड़ी ग्राम सरपंच किशोर सिंह , मैड ग्राम सरपंच बीना मनोज रातावाल, नवरंगपुरा ग्राम सरपंच मीनाक्षी देवी, स्थानीय सोठाना ग्राम सरपंच सुशीला देवी शर्मा सहित क्षेत्र वासियों ने खुशी जाहिर की।