मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर। ग्राम पंचायत सराना में जिला कलक्टर लोक बन्धु द्वारा बुधवार को रात्रि चौपाल आयोजित की गई। रात्रि चौपाल में ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया गया।
उपखण्ड अधिकारी गुरु प्रसाद तंवर ने बताया की आमजन की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला कलक्टर लोक बन्धु द्वारा सराना ग्राम पंचायत में रात्रि चौपाल आयोजित की गई। इसमें पानी, सड़क, राजस्व, टीकाकरण एवं अतिक्रमण से संबंधी समस्याओं को मौके पर ही सुना गया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने रात्रि चौपाल में उपस्थित होकर अपनी समस्याएं बताई। इनके निस्तारण के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर ने ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत 36 परिवेदनाओं को सुना। इनमें से पांच परिवेदनाओं का मौके पर ही निस्तारण किया गया। सराना ग्राम पंचायत के केसरपुरा गांव में पेयजल सप्लाई नियमित करने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्य पाइप लाइन से किए गए अवैध नल कनेक्शनों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाएगा। आदतन अवैध कनेक्शन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने ग्राम पंचायत क्षेत्र में नियमित सफाई होनी चाहिए , आदेश दिए। साथ ही कृषि कनेक्शन के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने, किसी कारणवश ट्रिपिंग होने पर उसकी पूर्ति अतिरिक्त आपूर्ति करने हेतु विधुत विभाग अधिकारियों को कहां। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर ने फसल कटाई प्रयोग संवेदनशीलता के साथ करने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन द्वारा उपयोग किया जा रहे चालू रास्तों का राजस्व रिकॉर्ड में नियमानुसार अंकन करने की कार्यवाही करने, क्षेत्र में नशे के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही करने की आवश्यकता बताई । साथ पशुओं का टीकाकरण भी निःशुल्क करने के निर्देश दिए।
मौके पर हुआ समाधान
रात्रि चौपाल में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं जिला कलक्टर लोक बन्धु के समक्ष रखी। इनमें से पांच समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया। कार्तिक गुर्जर के पुत्र श्याम का जन्म प्रमाण पत्र मौके पर ही उपलब्ध कराया गया। इसी प्रकार ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर निस्तारण कर राहत प्रदान की गई। इस अवसर पर स्थानीय सरपंच नीलम दूनीवाल, उप पुलिस अधीक्षक हर्षित, तहसीलदार दुर्गा लाल मेघवंशी, विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता बालू राम भींचर, रामलाल कच्छावा, रामस्वरूप खटीक, गोवर्धन लाल गुर्जर एवं नारायण गुर्जर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
