रेस्टोरेंट संचालक व बदमाशो के बीच विवाद,रिवॉल्वरों से अंधाधुंध फायरिंग
मुकेश पोटर/ दिव्यांग जगत
धौलपुर-रेस्टोरेंट में खाना खाकर पैसे नहीं देने पर संचालक और बदमाशों के बीच विवाद हो गया। गुस्साए आरोपियों ने देसी रिवॉल्वरों से अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमले में रेस्टोरेंट के मालिक और एक ग्राहक को गोली लगी है।फायरिंग के बाद आरोपियों ने पूरे स्टाफ और वहां मौजूद कई ग्राहकों पर लाठी-डंडों से भी हमला किया तोड़फोड़ की। करीब आधा घंटे तक उत्पात मचाने के बाद बदमाश दो गाड़ियों में वहां से फरार हो गए। घटना धौलपुर के सैंपऊ थाना क्षेत्र में सोमवार रात करीब 10 बजे की है।पुलिस के अनुसार रात करीब 10.15 बजे फायरिंग की सूचना मिली थी। इसके बाद घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया।पुलिस के अनुसार रात करीब 10.15 बजे फायरिंग की सूचना मिली थी। इसके बाद घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया।30 से ज्यादा राउंड फायरिंग की।थाना प्रभारी गंभीर सिंह ने बताया कि घटना नेशनल हाईवे-123 पर राजपूत रेस्टोरेंट में हुई। सिंह ने बताया कि सोमवार रात 9 बजे बोलेरो समेत दो गाड़ियों में भरकर आए 20 लोगों ने खाना खाया। इसके बाद जब उन्हें रेस्टारेंट मालिक रम्भो परमार (28) ने बिल दिया तो वे बिना पैसे दिए जाने लगे।इस पर संचालक और बदमाशों के बीच झगड़ा हुआ और आरोपियों ने 30 राउंड से ज्यादा फायरिंग कर दी। इसमें रम्भो और वहां खाना खाने आए एक ग्राहक बबलू शर्मा (26) गोली लगने से घायल हो गए।आरोपियों ने रेस्टोरेंट में जमकर तोड़फोड़ की और फरार हो गए। हमले के दौरान रेस्टारेंट में स्टाफ सहित 20 से ज्यादा लोग मौजूद थे।घटना के बाद स्थानीय थाना पुलिस पुलिस उपाधीक्षक आनंद राव घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने रेस्टोरेंट पर मौजूद कर्मचारियों से पूरी घटना की जानकारी ली है।जानकारी के अनुसार हमलावर बसेड़ी (धौलपुर) के गांव नगला रायजीत के हैं। रेस्टोरेंट संचालक रम्भो ने बताया कि सभी बदमाशों ने हॉकी,डंडे और देसी कट्टे ले रखे थे।उन्होंने हमें जान से मारने की कोशिश की।पुलिस उपाधीक्षक आनंद राव ने बताया कि बदमाशों की धरपकड़ के लिए इलाके की नाकाबंदी कराई गई। हाईवे के टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की गाड़ियों के नंबरों की जानकारी जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं।फायरिंग के दौरान ग्राहक बबलू शर्मा पुत्र शिवनारायण शर्मा और संचालक रम्भो पुत्र अजंट सिंह के हाथ-पैर में गोली लगी है। दोनों घायलों को पहले सैंपऊ हॉस्पिटल ले जाया गया। इसके बाद जिला अस्पताल (धौलपुर) रेफर किया गया।