सर्वांगीण शिक्षा से ही सुसभ्य सामाजिक परिवेश का निर्माण संभव– कृष्ण गोपाल कौशिक
दीवान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हाजीपुर में वार्षिकोत्सव एवं भामाशाह सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
पंडित पवन भारद्वाज दिव्यांग जगत
बानसूर क्षेत्र के हाजीपुर गांव की दीवान राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में वार्षिकोत्सव समारोह का आयोजन किया गया। तदोपरांत भामाशाहों का प्रतीक चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र भेंट करते हुए साफा एवं माला पहनकर सम्मान किया गया। जिसमें राजस्थान भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के सदस्य कृष्ण गोपाल कौशिक के मुख्य आतिथ्य व जगदीश अग्रवाल की अध्यक्षता में मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान वहां उपस्थित विद्यार्थियों व आमजन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक सुसभ्य संगठित सामाजिक परिवेश के लिए बालक बालिकाओं को सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करना आवश्यक रहता है। बच्चों को शैक्षणिक शिक्षा के साथ-साथ मानसिक एकाग्रता बढ़ाने, शारीरिक तंदुरुस्ती बनाए रखने के लिए योगा व खेलकूद कार्यक्रमों को प्रोत्साहन देना चाहिए। जिससे रोगों से लड़ने की शक्ति तथा विद्या अर्जन करने की क्षमता का विकास हो, इसी प्रकार बालिकाओं के लिए भी आत्मसात, आत्मबल, आत्मरक्षा के लिए स्पेशल कार्यक्रम आयोजित किया जाए जिससे वे आत्मरक्षा कर निर्भीकता पूर्वक शिक्षा ग्रहण करें तथा उन्होंने सभी ग्रामवासियों व विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने दिव्यांग बच्चों को भी पारितोषित कर कभी हार ना मानने तथा जीवन में हर समस्या का समाधान सहजता पूर्वक करने व उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम, लघु कथाओ पर आधारित नाटक एवम योगा प्रस्तुत किए। विधालय के प्रधानाचार्य ने स्कूल का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कक्षा 12 के बच्चों को इस वार्षिक उत्सव पर विदाई दी गई। गत वर्ष में उच्च श्रेणी से सफल विद्यार्थियों एवम खेल कूद में जिला एवम प्रदेश स्तर विजेताओ को पारितोषिक वितरण किए ।इस दौरान वहां प्रधानाचार्य महेन्द्र कुमार मीणा, टेकचंद सोनी, राजेंद्र सिंह शेखावत पूर्व सरपंच, रामफल पटेल नेताजी, रामपाल यादव, ओम प्रकाश यादव, प्रकाश चंद यादव, जले सिंह पीटीआई दौलतराम, सुंदरलाल , शंभू दयाल यादव, शशि कला, अनिता शर्मा, शांता सोनी सहित समस्त अध्यापक तथा आसपास के सभी शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्य व ग्रामवासी उपस्थित रहे।