शहीद राकेश भारद्वाज की पुण्यतिथि मनाई, पंडित गंगा राम भारद्वाज ने कहा की मुझे बेटे पर गर्व है
( पंडित पवन भारद्वाज मुंडावर)
शान न इसकी जाने पाए , चाहे जान भले ही जाए ,,,यह महज गीत नहीं , बल्कि हमारे जांबाज सैनिकों की तिरंगे की शान को बढ़ाने की शपथ है । यही वजह है की तिरगे की हिफाजत के लिए सरहद पर खड़े वीर जवानों की निगहबानी में यह महफूज है ।
मुंडावर क्षेत्र के चिरूनी गांव में स्थित बस स्टैंड पर शहीद राकेश भारद्वाज की 8 वी पुण्यतिथि मनाई । पुण्यतिथि के पावन पर्व पर शहीद राकेश भारद्वाज की प्रतिमा पर परिवार एवं ग्रमीणो सहित माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर, पूजा अर्चना कर सुख समृधि की कामना की। पूजा अर्चना कर सभी को प्रसाद वितरण किया गया। भारतमाता के जयकारे लगाए गए । शहीद तेरा नाम रहेगा जब तक सूरज चांद रहेगा । जयकारों से चिरुनी गांव गूँजमान बना रहा । इस मोके पर शहीद के पिताजी पण्डित गंगाराम भारद्वाज, माताजी गोदावरी देवी, उनकी पत्नी बबिता देवी, अनिल शर्मा पत्रकार सोडावास शहीद के बड़े भाई, राजेश भारद्वाज, सुनील शर्मा , कृष्ण कांत शर्मा, शिवकुमार, इंदर कुमार, दुर्वेश भारद्वाज, गौरव भारद्वाज, साक्षी भारद्वाज, अरगेश भारद्वाज एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि राकेश कुमार भारद्वाज, CRPF की 23 वीं बटालियन श्रीनगर में तैनात थे। दिनाँक 06 अगस्त 2014 को वे अपनी जान की परवाह न करते हुए देश सेवा में अपना प्राणोत्सर्ग किया।
मां भारती के स्वाभिमान एवं गौरव के रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर जवान की शहादत को सलाम किया गया ।
अपने प्राणों की आहुति देकर शहीद की देशभक्ति से ओतप्रोत बहादुरी, त्याग और निस्वार्थ बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शहीद राकेश भारद्वाज की प्रतिमा को नमन करते ग्रमीण