जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजी विभाग ने रचा इतिहास
एक दिन में किये 13 बलून मेट्रल वाल्वोटामी (बीएमवी) आपरेशन
मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर । जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय अजमेर में मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर अनिल सामारिया के नेतृत्व में कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर राकेश महला,
डॉक्टर आशीष अग्रवाल, डॉक्टर लोकेश अग्रवाल, डॉक्टर मोनिका, डॉक्टर प्रमोद पारीक और उनकी पूरी टीम ने एक ही दिन में तेरह (13) बलून मेट्रल वाल्वोटॉमी( बीएमवी) ऑपरेशन कर सफलता प्राप्त की है। यह एक अद्वितीय उपलब्धि है, जो मेडिकल कॉलेज के इतिहास में पहली बार हुई है। इस ऑपरेशन के माध्यम से मरीजों को मेट्रल वॉल सिकुड़ने की बीमारी से निजात मिली है। कार्डियोलॉजी विभाग की इस उपलब्धि पर मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर सामरिया ने बधाई दी और कहा कि यह हमारे मेडिकल कॉलेज के लिए गर्व का क्षण है। हमारे डॉक्टरों और कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है कि हम ऐसी अद्वितीय उपलब्धियाँ हासिल कर पा रहे हैं। इस उपलब्धि से मेडिकल कॉलेज की प्रतिष्ठा और भी बढ़ेगी और यहाँ के डॉक्टरों और कर्मचारियों को और भी प्रेरित किया जाएगा ताकि वे अपने मरीजों को बेहतर से बेहतर सेवाएँ प्रदान कर सकें।
राजस्थान में पहली बार एक ही दिन में 13 मरीजों का एक साथ सफलतम बैलून मेटल वॉल वोटॉमी सफलतम ऑपरेशन किये गए ।
यह ऑपरेशन रूमेटिक हार्ट डिजीज के मरीजों के लिए किया गया था, जिसमें सिव्यर मेट्रल वाल्व स्टेनोसिस हो जाता है मरीज का मेटल वॉल सिकुड़ जाता है। इस सिकुड़ने से मरीजों में साँस फूलना, बेचैनी, धड़कन में तेजी,फेफड़ों में पानी भरना और हार्ट फेल्योर की समस्या आ जाती है।
कार्डियोलॉजी विभाग की टीम ने इन सभी मरीजों का डायग्नोस किया और एक ही दिन में तेरह ऑपरेशन किए जाने का निर्णय लिया ।ऑपरेशन में पैर की फेमोरल वेन के द्वारा बैलून का उपयोग करके मेटल वॉल को चौड़ा किया गया।
इस ऑपरेशन की विशेषता यह है कि यह बिना चीर-फाड़ के किया गया था। सभी मरीजों को अगले ही दिन चलने-फिरने की अनुमति दी गई और किसी भी मरीज में कोई गंभीर जटिलता नहीं हुई।
इस उपलब्धि पर चिकित्सा प्रशासन की ओर से अधीक्षक डॉक्टर अरविंद खरे और उप अधीक्षक डॉ अमित ने बताया कि इस अस्पताल में सभी मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध करवाना ही एकमात्र प्राथमिकता है।
मीडिया प्रभारी डॉक्टर यादव ने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग नित्य नए आयाम कायम कर रहा है और चिकित्सा प्रशासन की टीम बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।