“जल ही जीवन है” जल के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है…
“जल ही जीवन है” जल के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है…
“जल है तो कल है”, बावजूद इसके जल बेवजह बर्बाद किया जाता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जल-संकट का समाधान जल के संरक्षण से ही है। हम हमेशा से सुनते आये हैं “जल ही जीवन है”। जल के बिना सुनहरे कल की कल्पना नहीं की जा सकती, जीवन के सभी कार्यों का निष्पादन करने के लिये जल की आवश्यकता होती है।
मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर । सतत जल प्रबंधन परियोजना रामसर ( नसीराबाद ) द्वारा शुक्रवार को गांव कदमपुरा ( तिलाना)में संस्थान द्वारा संचालित की जा रही गतिविधियों को लेकर ग्रामवासियों के साथ सामूहिक रूप से बैठक आयोजित हुई । जिसमे प्रोजैक्ट की जानकारी दी गई ओर इनके अलावा सतत जल प्रबंधन परियोजना के छत जल संग्रहण टांका, खेत तलाई खुदाई, गांवाई तालाब, कृषि पाइप, रपट आदि के बारे संस्थान द्वारा कार्य करवाने ओर योगदान करवाने के बारे में विस्तार पूर्वक किसानों ओर महिलाओं के साथ पानी के उपयोग को लेकर चर्चा की गई। ओर साथ ही साथ बरसात के पानी को संचय करके उपयोग लेने के बारे में भी बताया। इनके अलावा ग्रामवासियो से उनकी पानी की समस्याओ को भी जाना ओर समाधान के लिए उनसे ही उपाय जानें।
जिसमे कार्यकारी संस्था अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन व वित पौषित संस्थान हिंदुजा लीलेंड फाइनेंस से आर. डी. गुर्जर (रामदेव), ओर निशा गुर्जर उपस्थित रहे । बैठक मे ग्राम के राजकुमार , माया देवी, अमराव , रसाल देवी एवं आगंनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।