RSRTC: राजस्थान रोडवेज में दिव्यांग के साथ अभद्रता,धक्का मारकर उतारा बस से नीचे
विकलांग सीट को लेकर रोडवेज बस कंडेक्टर की दादागिरी,परिचालक ने वृद्ध दिव्यांग के साथ की अभद्रता, धक्का मारकर उतारा बस से निचे
विकलांग व्यक्ति ने सीट मांगी तो कंडक्टर सीट दिलाने की बजाय वृद्ध को मारा धक्का
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में लगातार नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं और बसों में लिखे प्रावधानों तक की पालना नहीं की जा रही है। नियमों के अनुसार बसों में महिला एवं विकलांगों के लिए सीट आरक्षित रखना अनिवार्य है। यह सभी बसों में लिखा हुआ भी है लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते नियम का पालन नहीं किया जा रहा है, और आए दिन चालक व परिचालक द्वारा विकलांग सवारी के साथ अभद्रता और मारपीट के मामले सामने आते हैं, ऐसा ही एक मामला हाल ही में श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ से विकलांग व्यक्ति के साथ विकलांग सीट मांगने पर धक्का मारने व अभद्र व्यवहार करने का मामला सामने आया है,
अनूपगढ़ के वार्ड नं 35 निवासी करणी राम नायक ने मीडिया रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया की वह 4 अक्टूबर लगभग दोपहर 3 बजे पदमपुर से रोडवेज बस स्टैंड से बीकानेर डीपो की आरजे 07 पीए 9881 नंबर की बस में अनूपगढ़ जाने के लिए चढ़े, उन्होंने बताया की मैं विकलांग होने के कारण खड़े होकर स्वारी करने में असक्षम हूं और बस में विकलांग सीट भी खाली नहीं थी तो कारण कंडक्टर को सीट दिलाने के लिए कहा तो कंडक्टर ने मुझे धक्का मारकर बस से निचे उतार दिया, धक्का मारने की वजह से घुटने पर काफी चोट भी आ गई, जिसके कारण पदमपुर से ही प्राथमिक उपचार कराने के उपरांत पीड़ित दिव्यांग अपने घर के लिए किसी निजी वाहन से जाना पड़ा।
पीड़ित दिव्यांग ने मीडिया के माध्यम से स्थानीय प्रशासन और विभाग से राजस्थान रोडवेज में दिव्यांग के साथ हो रहे अत्याचार व अभद्रता को लेकर न्याय की मांग की है। अब देखना यह है कि कब तक और कहां तक मिलता है वृद्ध दिव्यांग को न्याय।