ईंट के पिलर टूटने से निर्माणाधीन मकान की छत गिरी,8 मजदूर मलबे में दबे 2 की मौत
ईंट के पिलर टूटने से निर्माणाधीन मकान की छत गिरी,8 मजदूर मलबे में दबे 2 की मौत
मुकेश पोटर/दिव्यांग जगत
धौलपुर – धौलपुर में निर्माणाधीन मकान की तीसरी मंजिल की छत गिरने से 8 मजदूर मलबे में दब गए। इनमें से 2 मजदूरों की मौत हो गई। 6 घायल हैं।करीब 2 घंटे चले रेस्क्यू के बाद दो मजदूरों के शव निकाले।घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामला बाड़ी कोतवाली थाना क्षेत्र में संत नगर सड़क मार्ग की राजपूत कॉलोनी का बुधवार रात 12 बजे का है।हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई।लोगों ने पुलिस और उपखंड प्रशासन अधिकारियों को सूचना दी। फौरन मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू शुरू किया।बताया जा रहा है कि ईंट का पिलर टूटने से हादसा हुआ।धौलपुर के जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में 2 मजदूरों के शव रखवाए गए।
मकान में काम कर रहे थे 20 मजदूर
बाड़ी एसडीएम राधेश्याम मीणा ने बताया- बाड़ी शहर के संत नगर सड़क मार्ग पर नीरज कुमार के मकान का निर्माण कार्य चल रहा था।मकान में करीब 20 मजदूर काम कर रहे थे।मकान की तीसरी मंजिल पर 8 मजदूर आरसीसी छत डालने का काम कर रहे थे। रात करीब 12 बजे छत भरभरा कर गिर गई।तीसरी मंजिल की छत पर काम कर रहे 8 मजदूर नीचे गिर गए और मलबे में दब गए।मटेरियल चढ़ा रहे अन्य 12 मजदूरों में भगदड़ मच गई।घटना की सूचना बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस को दी गई।पुलिस और उपखंड प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। मलबे के अंदर फंसे लोगों को करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।हादसे में 6 घायल हैं, जिनका इलाज जारी है।एसडीएम ने बताया- हादसे में लखन (35) पुत्र रामचरण लोधा निवासी मूसलपुर और भोला (32) पुत्र सोहनलाल की मौत हो गई। मलबे में दबने से कृपाल पुत्र रामजीलाल,बृजमोहन पुत्र कन्हैया लाल कोली,भूरी पुत्र रामशरण,लौके पुत्र भूरी सिंह, गोपीचंद पुत्र लक्ष्मण सिंह सहित 6 मजदूर घायल हो गए। घायलों को बाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया।वहां से उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल धौलपुर में रेफर किया गया। 4 मजदूरों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आगरा के हायर सेंटर पर रेफर किया गया है।दो मजदूरों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतकों के शव जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिए हैं।ईंट के पिलर टूटने से हादसा प्रत्यक्षदर्शी चरण सिंह ने बताया कि तीसरी मंजिल के नीचे ईंट के पिलर लगे थे।काम पूरा ही होने वाला था। इतने में ईंट के पिलर टूट कर नीचे गिर गए।मजदूर भी नीचे आ गिरे और मलबे में दब गए।