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राजस्थान शिक्षक संघ झालावाड़ ने सौंपा ज्ञापन


राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) झालावाड द्वारा शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिलाअध्यक्ष सीताराम गौड़,,जिलामंत्री रामकिशन नागर के नेतृत्व में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री के नाम जिला कलेक्टर झालावाड को ज्ञापन दिया ।
शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) द्वारा आज की शिक्षकों की ज्वलंत समस्याओं के समाधान हेतु आंदोलन के तीसरे चरण में प्रदेश भर में समाधान हेतु मांगपत्र जिला कलेक्टर के द्वारा मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को भेजा गया।शिक्षकों की ज्वलंत समस्याओं में 2004 के बाद नियुक्त शिक्षकों को नई पेंशन स्कीम के स्थान पर पुरानी पेंशन लागू करने,
वेतन विसंगतियों के संबंध में पूर्व में गठित सामन्त कमेटी की रिपोर्ट तत्काल सार्वजनिक करने,2007 से 2010 के बीच नियुक्त शिक्षकों के वेतन विसंगतियो को दूर करने,शिक्षकों को BLO एवं अन्य गैर शैक्षणिक कार्यो से तत्काल मुक्ति दिलाने, समुचित संसाधनों की उचित व्यवस्था होने तक ऑनलाइन उपस्थिति से वेतन आहरण की अनिवार्यता स्थगित करने, दिनांक 27.07.2021 को सरकार द्वारा नवीन सेवा नियमों को लेकर जारी की गई अधिसूचना में शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी प्रावधानों को संगठन द्वारा दिये गए अभिमत के अनुसार तत्काल संशोधित करवाने,व्याख्याताओं की अनुसूचित-5 के तहत हुई कटौती को समाप्त करने एवम इसी अनुसार वरिष्ठ अध्यापक व अघ्यापक की वेतन विसंगति दूर करने,प्रबोधकों ,प्रयोगशाला सहायकों को समस्त परिलाभ दिए जाएं,पीडी मद का वेतन समय पर दिलाया जाय ,परिवीक्षा काल मे नियमित वेतन दिया जाय,प्रथम नियुक्ति तिथि से एसीपी लाभ दिया जाए,RPMF कटौती बंद करने,शारीरिक शिक्षक,पुस्तकालयाध्यक्ष व प्रयोगशाला सहायको की वर्षवार नियमित डीपीसी की जाय, समस्त संस्कृत विद्यालय प्रवेशिका एवम वरिष्ठ उपाध्याय विद्यालयों में मंत्रालयिक कर्मचारी,शारीरिक शिक्षकों,कंप्यूटर शिक्षको ,सहायक कर्मचारियों की भर्ती की जाय, ग्रामीण में कार्यरत शिक्षकों को ग्रामीण भत्ता दिया जाए,प्रत्येक जिले में एक वेद विद्यालय की स्थापना की जाए,संस्था प्रधानों की संभाग स्तरीय वाकपीठ प्रतिवर्ष की जाए, उच्च प्राथमिक विद्यालय में लेवल 2 में गणित व विज्ञान के पद अलग-अलग स्वीकृत किये जायें, संस्कृत शिक्षा में संवेतन के लिए सभी मदों में एकमुश्त बजट आवंटन किया जाए, TA व मेडिकल बिलों के भुगतान हेतु शून्य आधारित बजट जारी किया जाए, संस्कृत शिक्षा के विद्यालयों को क्रोमोन्नत किया जाए, समानीकरण एवं स्थानांतरण के नियम बनाये जाए, नामांकन एवं विषय के आधार पर पदों का पुनः निर्धारण किया जाए, प्रत्येक ब्लॉक में 10 संस्कृत विद्यालय खोले जाए एवं 1 आदर्श वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय की स्थापना की जाए, शिक्षकों को अवकाश के दिन कार्य करने पर नियमानुसार उपतजित अवकाश प्रदान किया जाए, अनुदानित विद्यालयों से समायोजित शिक्षकों को उनकी प्रथम नियुक्ति से पदोन्नति , पेंशन एवं समस्त परिलाभ दिए जाएं।इस अवसर पर विभाग संघठन मंत्री दीलिप मित्तल,संभाग संयुक्त महिला मंत्री ममता शर्मा, जिला संगठन मंत्री जगदीश गौत्तम,जिला कोषाध्यक्ष रामनिवास नागर,सचिव मुकेश छंदक, महिला संगठन मंत्री वंदना पाटीदार,अर्चना शर्मा,जगदीश श्रृंगी,रामचंद्र गोस्वामी, भंवर सिंह झाला,मनीष गुप्ता,कैलास चंद डांगी, नंदराम गुर्जर,युवराज सिंह झाला, सत्यनारायण, माणक चंद,लक्ष्मीनारायण,चांदमल यादव,हेमराज पांचाल,फूलचंद मीणा, सत्यनारायण टेलर,आदित्य आचार्य, प्रदीप बेहरा,ओमप्रकाश नागर,धर्मेन्द्र यादव,नंदकिशोर नागर,मोहनलाल मालव,लालचंद,चंद्रप्रकाश,नंदेस चौधरी,रामरतन सिंह हाड़ाआदि समस्याओं के निराकरण हेतु ज्ञापन दिया गया जिसमे आदि शिक्षक उपस्थित रहें।

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