राजस्थान महिला कल्याण मण्डल की और से दिव्यांगजन रोजगार मेला 16 को अजमेर में
राजस्थान महिला कल्याण मण्डल की और से दिव्यांगजन रोजगार मेला 16 को अजमेर में
उद्घाटन कार्यक्रम में जिला कलेक्टर को आमंत्रित किया गया है
मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर। राजस्थान महिला कल्याण मण्डल चाचियावास अजमेर की और से 16 दिसम्बर, शनिवार को पंचशील के अद्वैत भवन में दिव्यांगजन रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में 40 निक्योक्ताओ ने आने की मंजूरी दी है। वहीं संस्था का प्रयास है कि इस रोजगार मेले करीब 200 दिव्यांगजनो को अपनी पसंद की नौकरी मिलने का अवसर मिले । ओर वे अपने जीवन को स्वाभिमान से जी सकें । मण्डल के निदेशक राकेश कौशिक ने बताया कि मण्डल की ओर से यह दुसरा रोजगार मेला है । उन्होंने बताया कि पढ़ें एवं कम पढ़े लिखे दिव्यांगजनो को नौकरी के लिए अब जगह जगह नहीं भटकना पड़ेगा। एक जगह पर उन्हें अपनी पसंद की नौकरियों के विकल्प मिले , इसी सोच के साथ इस मेले का आयोजन रखा गया है। मेले में क्षमता के अनुसार 10 हजार से 25 हजार तक की नौकरी दिव्यांगो को मिल सकेगी । मण्डल निदेशक कौशिक ने बताया कि पहला मेला वर्ष 2022 में आयोजित किया गया था । जिसमें 33 दिव्यांगो को रोजगार मिला था। इस वर्ष होने वाले इस मेले में अभी तक अजमेर जिले के अलावा चित्तौड़ , भीलवाड़ा , बांसवाड़ा , उदयपुर सहित प्रदेश के जिलों से दिव्यांगजनो ने रजिस्ट्रेशन करवाए हैं।
मुख्य उद्देश्य
दिव्यांगो वयस्कों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ रोजगार में सहायता करना , दिव्यांगजनो समुदाय का पुनर्वास करना , समुदाय माता पिता को दिव्यांगजनो की क्षमता के बारे जागरूक करना ।
मेले का उद्घाटन के लिए जिला कलेक्टर डा. भारती दीक्षित को आमंत्रित किया गया है। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे आयोजित होगा। वहीं पंजीकरण निशुल्क रखा गया है ।
कम पढ़े लिखे बेरोजगार से प्रेरणा ली
राजस्थान महिला कल्याण मण्डल के निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने बताया कि करीब 3 वर्ष पहले उन्होंने एक दिव्यांग को रोजगार के लिए संघर्ष करते हुए देखा । वह उनके पास आया और अपनी व्यथा सुनाई । कम पढ़ा लिखा होने के कारण कुछ दिक्कतें भी आ रही थी। ऐसे में इस चुनौती को स्वीकार करते हुए पहले उस दिव्यांगजन को बागवानी का 6 महीने का पूरा कोर्स करवाया गया। इसके बाद एक बड़े निजी स्कूल से बात कर नौकरी दिलवाई । स्कूल प्रबंधन ने पहले एक महीने के लिए अस्थाई रूप से नौकरी दी । फिर कार्य को देखते हुए स्थाई कर दिया । अब उसे नौकरी करते हुए 3 साल हो चुके हैं ।