पानी की निकासी नहीं होने से बोसरिया विधालय रास्ते पर छाया पानी ही पानी का आलम,
पानी की निकासी नहीं होने से बोसरिया विधालय रास्ते पर छाया पानी ही पानी का आलम,
समस्याओं को लेकर पंचायत प्रशासन से लेकर उच्चाधिकारी नहीं है गंभीर। आखिरकार कौन/कब लेगा सुध?
अशोक सैनी/ दिव्यांग जगत।
उनियारा/टोंक ।
उनियारा उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत बोसरियां के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के आम रास्ते की समुचित पानी निकासी नहीं होने तथा निकासी रास्ते पर प्रभावशाली लोगों द्वारा अतिक्रमण के चलते हुए पानी ही पानी का आलम मचा हुआ है। जिसके चलते हुए विधालय प्रशासन के सामने गंभीर समस्याओं का मामला छाया हुआ है। इस रास्ते पर 1-2 फीट गंदा पानी भरा हुआ है। जो अनाप शनाप गंदगी से अटा पड़ा हुआ है तथा जंगली कीड़े मकोड़े काटने का भी भय बना हुआ है। इतना सभी कुछ होने के बावजूद भी विधालय के छात्र छात्राओं, अध्यापकों, अध्यापिकाओं तथा अभिभावकों को इसी में से ही गुजर कर विद्यालय जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। लगभग लगभग इस रास्ते से मोटरसाइकिलों का निकलना भी संभव नहीं है। जिसके कारण विधालय स्टाफ को गांव में अपनी गाड़ियों को खड़ा कर पैदल ही जाना पड़ रहा है। वहीं देश के कर्णधार विधार्थियों को भी इसी गंदे पानी से गुजर कर अपनी शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है। कई बार इसमें गिरने का भय भी बना हुआ है। वहीं विधालय द्वारा प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बाद भी जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं। इससे प्रशासनिक व्यवस्थाओं की खुल्लेआम पोल खुलती नजर आ रही है। जिसके कारण बारिश के रूकने के बावजूद भी रास्ता सुचारू नहीं बना हुआ है। यदि पंचायत प्रशासन से लेकर उच्चाधिकारियों ने समय रहते हुए ध्यान नहीं दिया तो समस्याओं में दिनों दिन इजाफा तथा दुर्घटनाओं की संभावनाओं से इंका नहीं किया जा सकता है। वहीं ज्ञातव्य रहे कि कल से शुरू हो रहे ग्रामीण ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों सहित अन्य को भी इसी पानी में से होकर गुजरना पड़ेगा। फिर भी पंचायत से लेकर उच्चाधिकारियों तक गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।
इनका कहना है-
कार्यवाहक प्रधानाचार्य रामबिलास मीणा का कहना है कि इस मामले में ग्राम पंचायत बोसरियां तथा सीबीईओं को अवगत कराया जा चुका है।
इनका कहना है –
बोसरियां सरपंच प्रेम देवी मीणा का कहना है कि बारिश के समाप्त होने के बाद विद्यालय रास्ते में मय नाली सहित सीसी रोड़ का निर्माण करने का प्रयास किया जाएगा। जिससे हमेशा के लिए इस समस्या का समाधान हो जाएगा।