नौकरियों में विकलांगों के 4% आरक्षण में संशोधन को लेकर सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया।
नौकरियों में विकलांगों के 4% आरक्षण में संशोधन को लेकर सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया।
विकलांग अधिकार मंच हरियाणा की उकलाना और बरवाला की संयुक्त कमेटी के नेतृत्व में एसडीएम बरवाला के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा ।
धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान कृष्ण कुमार गुरी और उकलाना ब्लॉक प्रधान श्याम सुंदर ने संयुक्त रूप से की । धरने का संचालन जगदीश चन्द्र, बलजीत उकलाना और सुभाष चंद्र ने संयुक्त रूप से किया।
प्रेस बयान में कृष्ण कुमार गुरी, जिला प्रधान विकलांग अधिकार मंच हरियाणा ने बताया कि
सामाजिक न्याय मंत्रालय ने 18 अगस्त 2021 को एक अधिसूचना जारी कर कहा कि आरपीडी अधिनियम की धारा 34, जो सरकारी प्रतिष्ठानों में पीडब्ल्यूडी के लिए नौकरियों में 4 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करती है, अब आईपीएस, भारतीय रेलवे सुरक्षा बल सेवा और पुलिस के सभी श्रेणियों के पदों पर लागू नहीं होगी। दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन और दीव, दादर और नगर हवेली की सेना।
साथ ही, मंत्रालय ने एक और अधिसूचना जारी कर सुरक्षा बलों में लड़ाकू और गैर-लड़ाकू भूमिकाओं के बीच अंतर किया। मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल और असम राइफल्स में सभी लड़ाकू चौकियों को आरपीडी के गैर-भेदभाव और आरक्षण प्रावधानों से छूट दी है। “छूट केवल आरपीडी अधिनियम की धारा 34 के तहत प्रावधान की मंशा और भावना को ध्यान में रखते हुए लड़ाकू भूमिकाओं के मामलों में दी जानी चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विभाग (सामाजिक न्याय मंत्रालय) जो विकलांगों के अधिकारों की रक्षा करता है और उन्हें सशक्त बनाता है, वह इसके ठीक विपरीत काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अधिनियम के प्रावधानों का उद्देश्य पीडब्ल्यूडी को काम पर रखने से पूरी छूट देना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें लड़ाकू भूमिकाएं नहीं सौंपी जाएं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय और भी चौंकाने वाला था, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने अक्टूबर 2019 में पीडब्ल्यूडी के लिए आरक्षण के साथ “हेड कांस्टेबल (मंत्रिस्तरीय)” के लिए एक विज्ञापन जारी किया था।
सरकार को चेतावनी भरे शब्दों में मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि नौकरियों में विकलांगों को मिलने वाला आरक्षण के साथ छेड़खानी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी सरकार इसे जल्द से जल्द वापिस ले, वरना हरियाणा के विकलांग सरकार के खिलाफ सड़कों पर होंगे। आज के धरने में कृष्ण गुरी, नसीब खान राजली, श्यामसुंदर उकलाना ,बलजीत उकलाना, रमेश सोढी, सुभाष चंद्र खरक पुनिया, दिनेश गर्ग, बाबूलाल, सतपाल खेड़ी बर्की, नरेश भारती ,जगदीश सरहेडा़, सतवीर ढाणी गारण, सतबीर ढाणी खान बहादुर, रोहतास राजली, उदयवीर राजली, रामफल बौद्ध आदि अनेक लोग शामिल हुए।