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ASP दिव्या 17 फरवरी तक रहेगी जेल मे, 8 को होगी वाँइस टेस्ट पर सुनवाई, हाइकोर्ट मे लगा सकती है जमानत याचिका

ASP दिव्या 17 फरवरी तक रहेगी जेल मे, 8 को होगी वाँइस टेस्ट पर सुनवाई, हाइकोर्ट मे लगा सकती है जमानत याचिका

मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर

अजमेर । दो करोड़ की रिश्वत मामले में गिरफ्तार एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल की शुक्रवार को ज्यूडिशल कस्टडी पूरी होने पर एसीबी कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट में दोनों पक्षों की ओर से बहस हुई। इसके बाद न्यायाधीश के द्वारा दिव्या मित्तल की ज्यूडिशल कस्टडी 17 फरवरी तक बढ़ाई गई है। अगली सुनवाई 17 तारीख को होगी। मामले में बचाव पक्ष के वकील द्वारा हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाने की बात कही है।
रिश्वत मामले में गिरफ्तार एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल के एडवोकेट प्रीतम सिंह सोनी ने बताया कि रिश्वत मामले में एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को 21 जनवरी को एसीबी कोर्ट में पेश किया गया। जज के द्वारा 3 फरवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए थे। शुक्रवार को न्यायिक अभिरक्षा पूरी होने पर एसीबी कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट में दोनों पक्षों की ओर से बहस की गई। बाद में एसीबी कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा दिव्या मित्तल की ज्यूडिशल कस्टडी 17 फरवरी 2023 तक बढ़ाई गई। अब अगली सुनवाई 17 तारीख को होगी। सोनी ने बताया कि उनके द्वारा कोर्ट में जमानत याचिका लगाई गई थी, जिसे कोर्ट के द्वारा खारिज कर दिया गया। अब इस मामले में जमानत याचिका हाईकोर्ट में लगाएंगे।
8 फरवरी को होगी वॉइस सैंपल टेस्ट पर सुनवाई
वॉइस सैंपल टेस्ट के मामले में गुरुवार को दिव्या मित्तल के वकील के द्वारा दर्ज कराई गई आपत्तियों को कोर्ट में स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई 8 फरवरी निर्धारित की है। एसीबी के द्वारा वॉयस सैंपल लेने की अनुमति के लिए अदालत में अर्जी दाखिल की थी। प्रीतम सोनी ने बताया- अदालत ने आपत्ति जताई कि अदालत को इस मामले में सुनवाई करने का अधिकार ही नहीं है। दिव्या के खिलाफ किन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। यह भी बताया जाए और वॉइस सीडी की कॉपी उनको उपलब्ध कराई जाए। अदालत ने एडवोकेट सोनी के तर्कों से सहमत होते हुए अगली सुनवाई 8 फरवरी तक तय की है।
क्या है मामला
2 करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में जयपुर ACB टीम ने अजमेर में 16 जनवरी को SOG की एडिशनल SP दिव्या मित्तल को पकड़ा गया। दिव्या मित्तल को एसीबी की टीम अजमेर से जयपुर लाई थी। इसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया। माना जा रहा है कि SOG के किसी अधिकारी का रिश्वत में इतनी बड़ी रकम मांगने का यह पहला मामला है। इतनी बड़ी अधिकारी को ट्रैप करना भी आसान नहीं था। दिव्या ने मादक पदार्थ तस्करी के मामले में हरिद्वार की फार्मा कंपनी के मालिक काे गिरफ्तार नहीं करने की एवज में बर्खास्त पुलिसकर्मी सुमित कुमार के माध्यम से यह घूस मांगी थी।

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