Sawai Madhopur: पंचायत (Panchayat Chunav 2021) समिति बौंली को कुछ दिनों बाद ही नया प्रधान मिलने वाला है. ऐसे में 29 अगस्त को हुए मतदान के बाद से ही चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) दोनों ही मुख्य पार्टियां अपनी-अपनी जीत को लेकर दावे कर रही हैं.
साथ हीं, क्रॉस वोटिंग की संभावनाओं के मद्देनजर पंचायत समिति सदस्य के प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी की अटकलें भी लगाई जा रही हैं. यूं तो बौंली पंचायत समिति पूर्व में बौंली और मलारना डूंगर क्षेत्र की 41 ग्राम पंचायतों के 25 वार्डों का प्रतिनिधित्व करती थी लेकिन हाल ही में मलारना डूंगर को पृथक पंचायत समिति बनाए जाने के बाद अब 21 वार्डों के निर्वाचित प्रत्याशी भावी प्रधान का चयन करेंगे.
महिलाओं का दबदबा
बौंली पंचायत समिति के प्रधान पद पर 2005 से महिलाओं का दबदबा रहा है. वहीं, विगत 15 सालों की बात करें तो फरवरी 2005 से जनवरी 2010 तक काश्मीरा मीना , फरवरी 2010 से जनवरी 2015 तक मनभर देवी और फरवरी 2015 से जनवरी 2020 तक कमली मीना प्रधान रहीं हैं. तीनों ही महिला प्रधान कांग्रेस पार्टी की रही हैं. इससे पूर्व में भी 1995 से 1998 तक संतोष देवी माली और 1998 से सन् 2000 तक काश्मीरा मीना ढाई-ढाई वर्ष के लिए प्रधान रह चुकी हैं.
वर्तमान में बामनवास विधानसभा क्षेत्र से पहली बार कोई महिला विधायक बनी हैं. बामनवास विधायक इन्दिरा मीना (Bamanwas MLA Indira Meena) क्षेत्र की इकलौती महिला विधायक हैं. वहीं, कयास लगाए जा रहे हैं कि वर्तमान में अन्य पिछड़ा वर्ग की आरक्षित सीट पर कोई महिला ही काबिज हो. वर्तमान में जिले की सबसे बड़ी बौंली पंचायत की सरपंच कमलेश जोशी भी महिला है. से में मुख्य राजनीतिक पदों पर महिलाओं का दबदबा बना हुआ है.
इधर, 4 सितम्बर को जिला मुख्यालय पर होने वाली मतगणना के बाद ही बौंली पंचायत समिति के भावी प्रधान की स्थिति साफ हो सकेगी. अभी तक दोनों ही मुख्य पार्टियां अपनी-अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं लेकिन जीत का सहरा किसके बंधेगा और कौन झेलेगा हार की मार, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.