17 घंटे बाद मासूम नीरु को गड्डे से निकाला,वन्दे मातरम के लगे नारे
17 घंटे बाद मासूम नीरु को गड्डे से निकाला,वन्दे मातरम के लगे नारे
मुकेश पोटर/दिव्यांग जगत
दौसा – दौसा के बांदीकुई में बोरवेल के पास हुए गड्ढे में करीब 17 घंटे से फंसी 2 साल की मासूम को एनडीआरएफ ने सुरंग खोदकर बचा लिया है। बुधवार शाम 5 बजे गड्ढे में गिरी बच्ची को गुरुवार सुबह करीब 10.10 बजे सुरक्षित बाहर निकाला गया। बच्ची को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमों ने लगातार 12 घंटे तक खुदाई की थी।इसके बाद आज सुबह एक पाइप के जरिए टीमें बच्ची तक पहुंची थीं। नीरू गुर्जर (2) को जैसे ही टीमों ने बाहर निकाला पूरा एरिया वंदे मातरम के नारों से गूंज उठा। मासूम को बांदीकुई हॉस्पिटल ले जाया गया है। उसकी हालत फिलहाल सही बताई जा रही है। हादसा बुधवार शाम करीब 5 बजे जोधपुरिया गांव में हुआ। यहां खेत में खेलते हुए मासूम करीब 35 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई थी।हॉस्पिटल में मासूम नीरू काफी खुश नजर आई। हेल्थ चेकअप में उसकी हालत ठीक बताई जा रही है।हॉस्पिटल में मासूम नीरू काफी खुश नजर आई। हेल्थ चेकअप में उसकी हालत ठीक बताई जा रही है।
13वें प्रयास में मिली सक्सेस
रात 2 बजे तक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने गड्ढे से बच्ची को बाहर निकालने के लिए देसी जुगाड़ एंगल सिस्टम का उपयोग किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद लालसोट से आई टीम ने रात 2 बजे से सुबह 5 बजे तक लगभग 10 बार एंगल सिस्टम का इस्तेमाल करके बच्ची को गड्ढे से निकालने की कोशिश की, लेकिन फिर भी वे सफल नहीं हो पाए।रात 3 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लालसोट से आई टीम ने बच्ची को बाहर निकालने के लिए बोरवेल के पास गड्ढे में एंगल डाला। बच्ची ने एक बार हाथ फंसाया, लेकिन जब टीम ने उसे निकालने का प्रयास किया, तो उसने तुरंत अपना हाथ बाहर निकाल लिया। बुधवार रात से गुरुवार सुबह 7 बजे तक 12 बार प्रयास किए गए,लेकिन सफलता नहीं मिली।अंतिम प्रयास गुरुवार सुबह 9 बजे शुरू हुआ था। उसके बाद बच्ची को बाहर निकाला गया।