REET को लेकर सभी मुस्तैद, Internet बंद करने की उठ रही मांग!
Jaipur: 26 सितम्बर को प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा का आयोजन होने जा रहा है. 31 हजार पदों पर रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) का आयोजन किया जाना है. जिसमें प्रदेश के 3 हजार 993 परीक्षा केन्द्रों पर 25 लाख 25 हजार 522 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग, पुलिस प्रशासन, मेडिकल टीमें, परिवहन विभाग के साथ ही अन्य विभाग भी मुस्तैदी से लगे हुए हैं, लेकिन नकल और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए परीक्षा के दिन इंटरनेट को बंद (Internet Shutdown) करने की मांग उठ रही है. आईटी (IT) के इस दौर में क्या इंटरनेट को बंद करना वाजिब होगा या नहीं ये एक चर्चा का विषय है.
पिछले दिनों ही नीट, एसआई और जेईएन भर्ती में नकल और भ्रष्टाचार (Corruption) की शिकायत के बाद अब राजस्थान (Rajasthan News) की सबसे बड़ी परीक्षा शिक्षा विभाग और प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है. परीक्षा को पारदर्शी करवाने के लिए पूरा अमला लगा हुआ है. वहीं, इंटरनेट बंदी को लेकर भी लगातार चर्चाओं का बाजार गर्म है. हालांकि सरकार की ओर से इंटरनेट बंद करने को लेकर कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं. लेकिन सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देशित किया गया है कि अगर उनको जिलों में कुछ भी गड़बड़ी की आशंका हो तो इंटरनेट बंदी पर विचार किया जा सकता है.
वो महत्वपूर्ण बिंदु जिनके तहत इंटरनेट को बंद नहीं किया जाना चाहिए
1- इंटरनेट को लेकर बात सबसे पहले जोधपुर हाईकोर्ट (Jodhpur Highcourt) द्वारा साल 2016 में दिए गए फैसले की करते हैं. जोधपुर हाईकोर्ट ने साल 2016 में एक रीट याचिका के तहत आदेश दिया था कि केवल परीक्षा सुचारू रूप से चलाने के लिए इंटरनेट बंद नहीं किया ज सकता है.
2- इंडियन टेलीग्राफ एक्ट 1985 की धारा 5 और 7 के तहत स्पष्ट उल्लेख है कि लोक आपातकाल, लोक सुरक्षा के लिए ही इंटरनेट बंद किया जा सकता है, इसको लेकर भी गृह मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार को निर्देश दिए गए थे.
3- वर्तमान दौर में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए विद्यार्थी सबसे ज्यादा गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में इंटरनेट बंद होने पर परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.
4- किसी भी परीक्षार्थी को समस्या होने पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाने की भी सुविधा प्रशासन द्वारा दी गई है. ऐसे में अगर इंटरनेट बंद होता है तो परीक्षार्थियों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पाएगा.
5- नकल और पेपर आउट को रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का फैसला कारगर साबित हो सकता है, लेकिन परीक्षा केन्द्रों पर लैंड लाइन और ब्रॉडबैंड की सुविधा होती है, ऐसे में क्या इंटरनेट बंद करके इस समस्या से निजात पाई जा सकती है.
6- जयपुर पुलिस की ओर से बनाए गए माई एग्जाम सेंटर आपका इंटरनेट के बंद होने की वजह से अभ्यर्थियों को किसी भी तरह का फायदा नहीं मिल पाएगा
7- इंटरनेट बंद करने से बचने के लिए संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर जैमर का इस्तेमाल कारगर साबित हो सकता है.