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WOW: गले में पेंसिल डालकर पेंटिग बनाता हैं यह दिव्यांग

गले में पेंसिल डालकर पेंटिग बनाता हैं यह दिव्यांग

संभल।आज हम आपको संभल के एक ऐसे शख्स से रूबरू करा रहे हैं जो दिव्यांग होते हुए भी एक बेहतरीन कला के माहिर हैं। इसी को देखते हुए एसडीएम दिव्यांग के घर पहुंचे। जहां उन्होंने दिव्यांग के चित्रों की प्रदर्शनी लगवाकर मदद का आश्वासन दिया।

समाज के कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी कला कभी समाज के आगे नहीं आ पाती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दिव्यांग विमल कुमार के द्वारा तैयार की गई राजनीतिक, धार्मिक, खिलाड़ियों और महान हस्तियों की बनाई गई पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिससे दिव्यांग को अब पहचान मिलेगी। यह प्रयास करेंगे सम्भल के एसडीएम विनय कुमार मिश्र।

50 प्रतिशत से अधिक शरीर बेजान
दिव्यांग विमल कुमार सम्भल के मोहल्ला हल्लू सराय में रहते हैं, वैसे तो इनका 50 प्रतिशत से अधिक शरीर बेजान है। इनके हौसले को माता-पिता के प्यार ने किसी हाल में भी नहीं टूटने दिया। 12 वर्ष पहले एक दुर्घटना ने इनको दिव्यांग बना दिया। परिवार और गुरुजनों के सहयोग से इन्होंने गले में पेंसिल बांधकर पेंटिंग बनाना शुरू किया। अब यह बेहतरीन पेंटिंग बनाकर तैयार कर लेते हैं।

गले में पेंसिल डालकर बनाते हैं पेंटिंग
दिव्यांग विमल कुमार ने बताया मैं पेंटिंग बनाता हूं। पेंसिल को गले में डालकर बनाता हूं। मुझे पेंटिंग बनाते हुए 5 वर्ष हो गए। जो भी चीज गिर जाती है तो मम्मी को आवाज देकर उठवाता हूं। धार्मिक, महान पुरुषों, राजनैतिक, महान हस्तियों के चित्र बनाए हैं, मुझे आज तक कोई मदद नहीं मिली है। सरकार से मुझे मदद की उम्मीद है।

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