शिक्षक संघ प्रगतिशील की बैठक में विभिन्न मांगों पर चर्चा कर समाधान की मांग की
शिक्षक संघ प्रगतिशील की बैठक में विभिन्न मांगों पर चर्चा कर समाधान की मांग की
भादरा 30 अगस्त (नियामत ):
राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) उपशाखा भादरा की सोमवार को संगठन कार्यालय में उपशाखा अध्यक्ष शिशपाल आर्य की अध्यक्षता में आयोजित की गई मासिक बैठक में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा कर इनके समाधान की मांग की गई व प्रस्ताव लिए गए।
उपशाखा मंत्री रामकुमार महिया ने बताया कि बैठक में पीडी मद के शिक्षकों का वेतन भूगतान नियमित करने, स्थाई स्थानांतरण नीति के तहत ही स्थानांतरण करने, शहरी क्षेत्र का पोषाहार वितरण केंद्र परिवर्तन करने, सीबीईओ कार्यालय में प्रति नियुक्त शिक्षकों को मूल विद्यालयों में भेजने, नई पैंशन योजना के स्थान पर पुरानी पैंशन योजना लागू करने,किसानों के समर्थन में शिक्षकों द्वारा शाहजहांपुर बॉर्डर पर जाने का निर्णय लिया गया वहीं कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम विद्यालयों की बजाय अन्य स्थान पर करने,एक सितंबर से शिक्षकों को वैक्सीनेशन कार्य से मुक्त करने, डी-मर्ज विद्यालयों को नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें व एसएफजी राशि उपलब्ध करवाई जाने,सी.बी.ई.ओ.कार्यालय में अधिकारियों-कर्मचारियों के कार्य विभाजन किए जाने पर चर्चा कर मांग की गई। बैठक में सी.बी.ई.ओ. से हुई समझौता वार्ता लागू नहीं होने पर शिक्षकों ने रोष व्यक्त करते हुए जल्द ही कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया तथा द्वितीय श्रेणी शिक्षकों के स्थाईकरण करने,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सहायिका,साथिनों,सी.सी.एच. कार्यकर्ता का मानदेय बढ़ाने आदि विषयों पर चर्चा की गई। प्रवक्ता दलीप बलौदा ने पुरानी पैंशन प्रणाली लागू करने का मुद्दा उठाया तथा इस क्रम में प्रांतीय स्तर पर आंदोलन करने की योजना बनाई।एक सितंबर को डूंगराना में शिक्षा मंत्री के आगमन पर उनसे मुलाकात कर ज्ञापन देने का फैसला किया गया। बैठक में संगठन के समर्थन से ‘ हम भारत के लोग ‘ वैचारिक चेतना अभियान पर भादरा ब्लॉक में कार्यशाला का आयोजन कर समाज के सभी वर्गो को लोकतंत्र व मूल अधिकारों , कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने का फैसला लिया गया। बैठक में कहा गया कि हम भारत के लोग वैचारिक चेतना अभियान पूरे देश में एक बौद्धिक क्रांति का आगाज है जो आज के संदर्भ में गिरते हुए संवैधानिक मूल्य की गरिमा को बचाते हुए भारतीय नागरिकों की अधूरी आजादी को पूरा करने का विजन हैं।
बैठक को सुरेन्द्र धायल, जयसिंह नोखवाल, राममूर्ति स्वामी, महेंद्र सरावग, सतपाल बैनीवाल, रामस्वरूप पातलान, रणजीत सिंह दुहारिया, जगदीश ढ़ाका, जोगेंद्र मोठसरा,अजय बेनीवाल आदि ने संबोधित किया। बैठक में उम्मेदसिंह डूडी, वेदप्रकाश नेहरा,चानणमल, रामकिशन मूंड, राम कुमार कस्वां, दुलीचंद बिजारणियां, जगदीश बेनीवाल,ओम ग्रवाण, प्रवक्ता दलीप बलौदा, रोहित कुमार, रामप्रताप बेनीवाल आदि अनेक शिक्षकों ने भाग लिया।