राजगढ़ धाम पर हुआ सात दिवसीय नशा मुक्ति अभियान का समापन
राजगढ़ धाम पर हुआ सात दिवसीय नशा मुक्ति अभियान का समापन
नशा है एक बीमारी, जिससे दूर रहना हम सबकी जिम्मेदारी – से गूंजा राजगढ़ धाम
मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर । अजमेर जिले के ऐतिहासिक श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ चैरीटैबल ट्रस्ट के तत्वावधान व आबकारी निरोधक दल के सम्भागीय अधिकारी रामलाल मीणा की उपस्थिति में रविवार को सात दिवसीय नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत देशभर से आए श्रद्धालुओं ने भाग लेते हुए चम्पालाल महाराज की प्रेरणा से नशा मुक्ति का संकल्प लिया। धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि 28 मई से 5 जून तक राजगढ़ मसाणिया भैरव धाम पर सात दिवसीय नशा मुक्ति अभियान का रविवार को समापन किया गया । जिसके अंतर्गत आए हुए सभी श्रद्वालुओं ने किसी भी प्रकार का नशा नहीं करने और दूसरों को भी नशा मुक्ति हेतु प्रेरित करने की शपथ ली। श्रद्वालुओं ने ’नशा मुक्त देश बनाना है, नशे को अब जड़ से मिटाना है, तथा ‘जन-जन तक यह संदेश पहुँचाना है, नशे को हाथ नहीं लगाना है’ जैसे नारों से पूरे राजगढ़ धाम को गुंजायमान कर दिया।
नशा मुक्त देश बनाना है – चम्पालाल महाराज
नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत चम्पालाल महाराज ने आए हुए हजारो श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमे देश को नशा मुक्त बनाना है । जिसके लिये जो लोग नशा करते हैं उसके कारण ही इतनी अधिक संख्या में दुर्घटनाएँ, पारिवारिक कलह, गरीबी, भयंकर बीमारियाँ होती है। युवा पीढ़ी को इसकी लत लग चुकी है व उनका भविष्य
अंधकारमय हो चुका है। नशे के अत्यधिक सेवन के कारण ही दुर्घटनाओं व कैंसर जैसी बीमारियों से कई लोगों की अकाल मृत्यु होती है जो हमारी संस्कृति व समाज के लिए बिलकुल भी सही नहीं है। नशा मुक्त समाज जैसे लोक कल्याण अभियान को बढ़ावा देने के लिए ही राजगढ़ धाम पर नशा मुक्ति महाअभियान दशकों से चलाया जा रहा है । जिसके अंतर्गत श्रद्धालुओं को नशा मुक्त करने हेतु प्रेरित किया जाता है, उनसे संकल्प दिलाया जाता है तथा नशे से मुक्त किया जाता है।