14 साल की नाबालिग का दिव्यांग से हुआ निकाह
अलीगढ़. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जनपद अलीगढ़ (Aligarh) में एक बेहद ही सनसनीखेज और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, यहां एक पिता ने नाबालिग उम्र में अपनी बेटी के हाथ पीले कर दिव्यांग युवक के साथ 5 लाख रुपये लेकर उसका निकाह पढ़वा दिया. उसके बाद लड़की के चाचा और पिता में घमासान शुरू हो गया. मामले में ट्विस्ट तब आया जब नाबालिग ने खुद अपनी मर्जी से दिव्यांग युवक से शादी करने की बात कबूली और चाचा पर ही अपने बेटे के साथ शादी का दबाव बनाने और एक लाख रुपये मांगने का आरोप लगा दिया. मामला थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने शादी को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया.
दरअसल, पूरा मामला कानून की जमीनी हकीकत से जुड़ा है. सरकार द्वारा बनाए गए कानून दम तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं. नाबालिग का विवाह अपराध की श्रेणी में है, इसके बावजूद 21वीं सदी के भारत में ऐसे मामले आज भी सामने आ रहे हैं. अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी इलाके के उदला से सामने आया है, जहां मात्र 14 साल की चांदनी दुल्हन बनाकर उसी गांव के 21 वर्षीय दिव्यांग युवक जाहिर के साथ निकाह किया. दूसरी तरफ नाबालिग चांदनी के चाचा शान मोहम्मद ने इस शादी का विरोध करते हुए थाने में प्रार्थना पत्र दिया. थाने में की गई शिकायत की जानकारी के बाद भी 12 सितंबर को 14 वर्षीय नाबालिग चांदनी का विवाह 21 वर्षीय दिव्यांग युवक जाहिर के साथ किया गया.
पिता पर लगा पांच लाख रुपये लेने का आरोपउत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एक पिता ने 14 वर्षीय चांदनी की शादी कर दुल्हन का जोड़ा पहना दिया. चांदनी के चाचा ने उसके मां-बाप पर गंभीर आरोप लगाया है. चाचा का आरोप है कि चांदनी के मां बाप ने 5 लाख रुपए में दिव्यांग युवक के साथ उसकी भतीजी चांदनी की शादी करवाई. तो वहीं जब चांदनी के पिता से इस बारे में बात की गई उन्होंने कहा कि उसकी बेटी की उम्र मात्र 14-15 साल है. उसको पता है कि नाबालिग उम्र में शादी करना जुर्म है, लेकिन उनकी तबीयत खराब रहती हैं. जब चाचा के आरोपों के बारे में पूछा गया तो वह आग बबूला हो गए और उसने कहा कि आरोप लगाने वाले लोगों के बेटे के संग कर अपनी बेटी की शादी कर दूं. इतना ही नहीं चांदनी के पिता ने सामने खड़े अपने भाई के ऊपर गुस्सा दिखाते हुए हमला बोल दिया और उसके साथ मारपीट करने को उतारू हो गया.
चांदनी ने कहा अपनी मर्जी से की शादीउधर नाबालिग चांदनी ने बताया उसकी शादी रविवार के दिन 12 सितंबर को हुई, लेकिन निकाह के बाद ससुराल नहीं गई, 1 साल बाद अपने ससुराल जाएगी, चांदनी ने अपने चाचा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उसको अपने चाचा के बेटे के साथ रिश्ते की बात चलने का कुछ अता पता नहीं था, क्योंकि वह अपनी पढ़ाई में लगी है. तभी एक दिन चाचा के द्वारा उसकी शादी उसके माता-पिता से अपने बेटे के साथ करने के लिए कहा और चाचा के द्वारा 1 लाख रुपये की मांग भी की गई थी. लेकिन चांदनी ने कहा उसको वो दिव्यांग लड़का पसंद है. चांदनी के दूल्हे ने कहा 12 सितंबर को 17 वर्षीय चांदनी और उसकी शादी हुई थी. निकाह के बाद चांदनी को घर लेकर पहुंचा था. जिसके बाद चांदनी अपने घर पर हैं. जिसको देने के लिए उसके घर जा रहे थे. लेकिन पता चला कि कोई केस हो गया है. जिसकी वजह से अपनी पत्नी चांदनी को लेने नहीं गए. चांदनी और उसकी शादी दोनों तरफ से हुई रजामंदी के बाद ही हुई थी.
ससुर ने कही ये बातइस पूरे मामले पर चांदनी के ससुर नोशे खान का कहना है कि यह शादी लड़की की मर्जी और उसके पिता इदरीश सहित मां और परिवार के अन्य लोगों की सहमति से हुई है. ससुर नोशे खान ने चांदनी के चाचा शान मोहम्मद पर आरोप लगाया और कहा उसका चाचा खुद अपनी भतीजी चांदनी की शादी अपने बेटे के साथ कराना चाहता था, जबकि चांदनी उसके सगी बेटी थी और अपने बेटे के साथ शादी करने के लिए एक लाख रुपया की मांग की गई थी.