जेल में बंद कैदी द्वारा सुविधा शुल्क देने से किया इनकार तो कैदियों ने जमकर पीटा
सेंट्रल जेल में चल रहा है सुविधा शुल्क का खेल?
जेल में बंद कैदी द्वारा सुविधा शुल्क देने से किया इनकार तो कैदियों ने जमकर पीटा
अजमेर। जयपुर रोड स्थित अजमेर सेंट्रल जेल में सुविधा शुल्क वसूलने का खेल खेला जा रहा है। जेल में बंद कैदियों से उन्हें जेल में सारी सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर वसूली की जा रही है। यह बात हम नहीं कह रहे बल्कि जेल में बंद एक कैदी के भाई ने उसके भाई के साथ मारपीट करने और जेल प्रशासन द्वारा शिकायत करने पर भी आरोपी कैदियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाते भी कही है।
एनडीपीएस एक्ट में बंद है आरोपी
बाफनों का मोहल्ला पुराना शहर किशनगढ़ निवासी कान सिंह भाटी पुत्र ओम सिंह भाटी ने बताया कि उसका भाई दशरथ उर्फ दस्या पुत्र ओमप्रकाश भाटी दिनांक 2 जुलाई 2023 से अजमेर सेंट्रल जेल में एनडीपीएस की धारा 8 / 29 के तहत बंद है । उसे अंराई थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था, तथा अदालत ने उसे जेल भेजा था , तभी से वह जेल में बंद है।
कान सिंह का कहना है कि दिनांक 3 अगस्त 2024 को सेंट्रल जेल की बैरिक संख्या 12 में उसका भाई बंद है । जहां उसके साथ अन्य कैदियों ने सुविधा शुल्क देने की डिमांड की । जिसे नहीं देने पर उन कैदियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की । यह बात उसके भाई ने उसे दिनांक 4 अगस्त 2024 को जब वह उससे मिलने के लिए जेल में पहुंचा तब बताई । जिस पर उसने जेल अधीक्षक को भाई के साथ मारपीट करने वाले कैदियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने संबंधी पत्र भी दिया। लेकिन जेल अधीक्षक द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई । उसी दिन उसने सिविल लाइन थाना पुलिस को भी इस संबंध में शिकायती पत्र देकर जेल में उसके भाई के साथ मारपीट करने वाले कैदियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी , लेकिन उस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
नहीं कराया मेडिकल
पीड़ित कान सिंह का कहना है कि मारपीट के दौरान उसके भाई के पसलियों में अंदरुनी चोटे आई है । जिसके कारण वो दर्द से जूझ रहा है। लेकिन जेल प्रशासन के द्वारा ना तो उसका मेडिकल कराया गया और ना ही उसका उपचार कराया जा रहा है । पीड़ित का यह भी कहना है कि इस संबंध में वह जेलर से मिला था । उस समय जेलर ने आश्वासन दिया था कि उसका उपचार जेल में कराया जा रहा है और आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी । लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
मारपीट करने वाले कैदी कौन थे और उन्होंने मारपीट किस कारण की इस बात की असलियत तो मारपीट का शिकार कैदी ही बता सकता है। लेकिन आरोपी कैदियों के खिलाफ जब तक कार्यवाही नहीं होगी तब तक वह कैदी भी पुलिस के समक्ष इसका खुलासा कैसे कर सकता है।
जेल प्रशासन को चाहिए कि यदि जेल में कैदियों द्वारा सुविधा शुल्क वसूलने का खेल खेला जा रहा है तो इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए और दोषी कैदियों को दंडित किया जाना चाहिए।