नसीराबाद नगरपालिका के चेयरमैन का भविष्य कल होगा तय
नसीराबाद नगरपालिका के चेयरमैन का भविष्य कल होगा तय
अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होगा मतदान
काग्रेस कमेटी ने पत्र जारी कर अपने प्रार्षदो को मतदान मे भाग नही लेने के दिए निर्देश
मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर
अजमेर । नसीराबाद नगरपालिका की काग्रेस समर्थित चैयरमैन शारदा मित्तलवाल के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर कल शुक्रवार को चर्चा कर मतदान किया जायेगा । नसीराबाद नगरपालिका मे कुल 20 वार्ड के 20 प्रार्षद है । नगरपालिका चुनाव मे जहां भाजपा के 10 , काग्रेस के 8 व 2 निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली थी । उस समय काग्रेस ने जीते दोनो निर्दलीयों को अपने पक्ष मे कर लिया था । जिससे भाजपा व काग्रेस दोनो के 10-10 प्रार्षद हो गये । चेयरमैन का चुनाव कराने पर दोनों प्रार्टियो को बराबर मत मिले । जिस पर दोनो प्रार्टियो के चयनित दोनो प्रार्षदो के लिए लाटरी निकाली गई । जिसमे काग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी श्री मति शारदा मित्तलवाल गोमा चेयरमैन चुनी गई । बाद मे नगरपालिका मे विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रार्षदो व चेयरमैन के बीच आक्रोश उत्पन्न हो गया । आक्रोशित 20 प्रार्षदो मे से 16 प्रार्षद चेयरमैन शारदा मित्तलवाल के विरुद्ध अविश्वास का प्रस्ताव लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय अजमेर पहुंचे व जिला कलेक्टर को अविश्वास का पत्र सौपा । जिस पर जिला कलेक्टर के आदेश पर 10 जून की तारीख जारी हुई । जारी आदेश पर अब कल शुक्रवार को नगरपालिका की बैठक आयोजित कर चर्चा की जायेगी । व आवश्यकता होने पर मतदान किया जायेगा । वही उधर काग्रेस आलाकमान ने पत्र जारी कर अपने प्रार्षदो को मतदान से दूरी बनाये रखने का पत्र जारी किया ।
काग्रेस आलाकमान ने किया पत्र जारी
नसीराबाद नगरपालिका मे चल रहे काग्रेस समर्थित चेयरमैन के विरुद्ध अविश्वास प्रकिया पर राजस्थान प्रदेश काग्रेस के सचिव ललित तूनवाल ने एक पत्र जारी करते हुऐ बताया कि नसीराबाद नगरपालिका मे काग्रेस चेयरमैन के विरुद्ध भाजपा द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है । जिसके लिए 10 जून , शुक्रवार को मतदान होगा । राजस्थान काग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की आज्ञा से निर्दशित किया गया है कि 10 जून को नसीराबाद नगरपालिका के काग्रेस चेयरमैन के खिलाफ भाजपा द्वारा लाऐ जा रहे अविश्वास प्रस्ताव के दौरान होने वाले मतदान मे प्रार्षद भाग नही लेवे । उन्होंने निर्देश की पालना नही करने वाले प्रार्षदो के विरुद्ध कठोर अनुशासत्मक कार्यवाही करने हेतू निर्देशित किया है ।