33 हजार फीट की ऊंचाई पर दिया बच्चे को जन्म
टर्किश एयरलाइन्स (Turkish Airlines) से ट्रेवल कर रही अफगानिस्तान से भागी महिला ने प्लेन में ही बच्चे (Birth At Flight) को जन्म दिया. इस फ्लाइट में कोई डॉक्टर नहीं था, जिसकी वजह से केबिन क्रू (Cabin Crew) ने ही बच्चे की डिलीवरी करवाई.
इस समय अफगानिस्तान (Afganistan) के हालात काफी बुरे हैं. तालिबान के आतंक से लोग जल्द से जल्द जगह को छोड़कर भागने के फिराक में हैं. लोग अपना घर, जॉब, पैसे सब छोड़कर सिर्फ अपनी जान के लिए विदेशों की शरण ले रहे हैं (Rescue Of Afgani) . वहीं जो विदेश से जाकर वहां बसे थे, वो अब वापस अपने मुल्क जाने की तैयारी में हैं. जो खुशकिस्मत है वो वहां से निकल चुके हैं. तबाही और उदासी के ऐसे ही मंजर के बीच अफगानिस्तान से यूके भाग रही एक महिला ने रेस्क्यू फ्लाइट (Birth On Rescue Plane) में बच्चे को जन्म दिया.
26 साल की नूरी अपने पति 30 के ताज मोह हिम्मत के साथ टर्किश एयरलाइन्स के जरिये यूके जा रही थी. दुबई के रास्ते बिर्मिंघम जाते हुए अचानक नूरी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई, जिसके बाद उसकी डिलीवरी 33 हजार फ़ीट की ऊंचाई पर हुई. मां-बाप ने बच्ची का नाम हवा रखा है. बच्ची की डिलीवरी केबिन क्रू ने करवाई. फ्लाइट में उस समय कोई भी डॉक्टर नहीं था. बच्चा और मां दोनों ही सुरक्षित हैं.
काबुल से भागा था कपल फ्लाइट में लाल रंग के कंबल में लिपटी बच्ची की तस्वीर वायरल हो रही है. उसकी अफगानी मां और पिता काबुल में रहते थे. लेकिन तालिबानियों के अटैक के बाद उन्होंने पहले काबुल से दुबई, फिर दुबई से यूके की फ्लाइट ली. इसी दौरान नूरी को लेबर पेन उठा. उसने केबिन क्रू की मदद से फ्लाइट में अपनी तीसरी औलाद को जन्म दिया. मायूसी के दौर में बच्ची के जन्म ने सबको नई जिंदगी की उम्मीद दिलाई.