तीज महोत्सव:पुरानी परंपरा, संस्कृति व त्यौहार की दिखी झलक
तीज महोत्सव:पुरानी परंपरा, संस्कृति व त्यौहार की दिखी झलक
-इंडस्ट्रियल एरिया में रंगारंग तीज महोत्सव का मंत्री ओमप्रकाश यादव ने किया शुभारंभ
-मंत्री की पत्नी सुमन यादव ने भी महिलाओं के साथ झूला झुल गाए लोकगीत
भगवत शर्मा/दिव्यांग जगत
नारनौल दक्षिणी हरियाणा सांस्कृतिक मंच व रेडियो अरावली की ओर से बुधवार इंडस्ट्रियल एरिया के पार्क में तीज महोत्सव मनाया गया। इसका शुभारंभ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने बतौर मुख्यातिथि किया। अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष मास्टर संतलाल यादव ने की। इस तीज महोत्सव में पुरानी परम्परा, संस्कृति व त्यौहारों की झलक दिखाई दी। इस महोत्सव में दूर-दराज ग्रामीण आंचल की परम्पराओं में सिमटे कलाकारों ने भी अपनी शानदार प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि आधुनिकता के प्रवेश में सांस्कृतिक मूल्य विलुप्त होते जा रहे हैं। पुराने लोग आज भी अपने पूर्वजों के दिखाए मार्ग पर चलने की कोशिश कर रहे हैं और उनके द्वारा बनाई गई परंपराओं का निर्वाहन कर रह रहे हैंए लेकिन युवाओं में इसकी रुचि कम हो रही है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक मूल्य हमारे पूर्वजों की धरोहर होते हैं तथा इन्हें बचाए रखना चाहिए। तभी हम अपनी आजादी को सही मायनों में सम्मान दे पाएंगे। मंत्री ने कहा कि जमीन से जुड़े सांस्कृतिक मूल्यों में उनका बड़ा विश्वास है। पूर्वजों की विरासत को संजोकर रखकर युवाओं को आगे बढऩा चाहिए। दक्षिणी हरियाणा सांस्कृतिक मंच का गठन इसी उद्देश्य के लिए किया गया है। यह मंच प्राचीन विधाओं से जुड़े कलाकारों को इसके जरिए मंच प्रदान कर रहा है। हर साल होली महोत्सव पर ढोल की थाप उन्हीं के प्रयासों से सुनाई देती है। वे शहर के आधुनिक कलाकारों ही नहीं बल्कि ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े लोक कलाकारों को भी अवसर पर प्रदान करते हैं। इस मंच के अध्यक्ष मास्टर संतलाल यादव ने कहा कि अगर जीवन में संस्कृति का कोई महत्व न हो तो आजादी से मिला जीवन भी नीरस बन जाता है। यही कारण है कि सांस्कृतिक मूल्यों का अधिकार भी बचाए रखना जरूरी है। सांस्कृतिक मूल्य हमारी परंपराओं को कायम रखने में महत्वपूर्ण निभाते हैं। किन्तु वर्तमान में बदलते परिदृश्य में सांस्कृतिक मूल्य दम तोड़ते नजर आते हैं। लोग संस्कृति एवं सांस्कृतिक मूल्यों से विमुख होते जा रहे हैं, फिर भी हमारा प्रयास पुरानी परम्परा, संस्कृति व त्यौहार में होने वाले रीति रिवाज से युवा पीढ़ी को अवगत करवा रहे है।
एकत्रित होकर महिलाओं ने झूला झुल गाए लोकगीत
इस तीज महोत्सव के दौरान पुरानी संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए हरियाणवी गीतों का कंपटीशन हुआ। इस कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं पहली बार इस तरह के आयोजन में अपनी प्रस्तुति दी। महोत्सव के दौरान हरियाणवी देशभूषण में महिलाओं ने अपनी प्रस्तुति दी। इस बीच मंत्री ओमप्रकाश यादव की धर्मपत्नी सुमन यादव भी पहुंची और महिलाओं के साथ झूला झुल कर लोकगीत में हिस्सा लिया। इस मौके पर सैनी सभा के प्रधान भगवानदास सैनी, महाराज बालकनाथ, रेडियो अरावली से मनीष विद्यार्थी, कालू टांडू, डा. ममता शर्मा, कृष्णा आर्य, वर्षा खनगवाल, सुनीता, सुलोचना, ज्ञाना देवी, सुधा, कृपा, एकता, अनुराधा, सुधा के अलावा जाट पाली यूनिवर्सिटी से आई छात्राएं भी मौजूद रही।