शिक्षक संघ प्रगतिशील ने संविदा कार्मिकों का मानदेय बढाने व स्थाई करने की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
शिक्षक संघ प्रगतिशील ने संविदा कार्मिकों का मानदेय बढाने व स्थाई करने की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
-नियामत जमाला-
भादरा, 20 सितंबर / राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील उपशाखा भादरा के शिक्षकों ने सोमवार को उपशाखा अध्यक्ष शिशपाल आर्य के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी साथिन, आशा सहयोगिनी, सहायिका ,कोविड सहायक , पंचायत सहायकों व अन्य संविदा कर्मियों का मानदेय बढ़ाने व उन्हें नियमित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी शकुंतला चौधरी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन से पूर्व भादरा ब्लॉक क्षेत्र से पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, साथिन, आशा सहयोगिनी, कोविड सहायक, पंचायत सहायक व अन्य संविदाकर्मी गांधी पार्क में एकत्रित हुए तथा सभा की। सभा में उपशाखा प्रवक्ता दिलीप सिंह बलोदा ने बताया कि सभी संविदा कर्मी लंबे समय से अल्प मानदेय पर कार्य कर रहे हैं किन्तु प्रतिदिन व नियमित ड्यूटी देने के बावजूद भी उनके मानदेय में अपेक्षा के अनुरूप वृद्धि नहीं की गई है। जिसके कारण उनके परिवारों का मूलभूत आवश्यकताओं का पूरा करना असंभव है। राज्य सरकार की सभी योजनाओं को सफल बनाने में संविदा कार्मिकों का विशेष योगदान है। अल्प मानदेय के कारण इनका आर्थिक व मानसिक शोषण हो रहा है। कोविड काल में सभी संविदा कर्मियों का कार्य निरंतर व सराहनीय रहा है। संगठन के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष जगदीश ढाका ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा यदि मांगों को नहीं माना जाता है तो शीघ्र ही आंदोलन को राज्य स्तर पर तेज किया जाएगा। सभा में अन्य वक्ताओं ने भी एक स्वर में संविदा कर्मियों का मानदेय बढाने व स्थाई करने की मांग की व कहा कि संविदा कर्मियों के कार्य की अपेक्षा उनका मानदेय बहुत ही कम है। गांधी पार्क से सभी शिक्षक व संविदा कार्मिक रैली निकालते व मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए मुख्य बाजार से होते हुए स्थानीय उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे व वहाँ उपखंड अधिकारी शकुंतला चौधरी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान इमरता चौधरी, राममूर्ति स्वामी,जोगेंद्र मोठसरा, जयसिंह नोखवाल, लीलावती, गीता देवी, सुलोचना, सुमन, सरोज, सुनीता व भादरा परिक्षेत्र से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ,सहायिका ,आशा सहयोगिनी, साथीन, कोविड सहायक व पंचायत सहायक व अन्य बड़ी संख्या में संविदा कार्मिक एवं शिक्षक मौजूद थे।