जनसंख्या दिवस विशेष: नियंत्रण जरूरी कदम
विश्व जनसंख्या दिवस विशेष –
जानिए जनसंख्या नियंत्रण एक जरूरी कदम है…
विश्व जनसंख्या दिवस के अनछुये व रोचक तथ्य-
सुखराम मीणा/दिव्यांग जगत
दिव्यांग जगत कार्यालय- जयपुर
जयपुर- बता दें 11 जुलाई, 1987 को ग्लोबल जनसंख्या 5 अरब हो गई थी. लगातार बढ़ती जनसंख्या ने विकास को प्रभावित किया है! इससे बेरोजगारी, भुखमरी, अशिक्षा जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं, ऐसे में जनसंख्या नियंत्रण एक जरूरी कदम हो जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई. जिसके बाद जनसंख्या को काबू करने और परिवार नियोजन को लेकर लोगों में जागरुकता लाने के लिए 11 जुलाई 1989 को संयुक्त राष्ट्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसी दिन पहली बार वर्ल्ड पॉपुलेशन डे मनाया गया एवं वहीं दिसंबर 1990 में इसे आधिकारिक बना दिया था, विश्व जनसंख्या दिवस के तहत आज पूरी दुनिया में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा! बढ़ती जनसंख्या का हमारी बढ़ती जरूरतों से सीधा संबंध में है, जरूरी है कि उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों के मुताबिक ही जनसंख्या को नियंत्रित किया जाए!
हर साल विश्व जनसंख्या दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है!
वहीं विश्व जनसंख्या दिवस 2022 का विषय है ‘8 बिलियन की दुनिया : सभी के लिए एक लचीले भविष्य की ओर- अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना’ है! हर साल इस दिन जनसंख्या नियंत्रण के उपायों पर चर्चा की जाती है! बढ़ी हुई जनसंख्या के कारण हमारे सामने जो दिक्कतें हैं उसके प्रति जागरुक करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है! भारत चीन के बाद विश्व की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है! अनुमान के मुताबिक 2030 तक विश्व की आबादी 8.5 अरब और 2050 तक 9 अरब और 2100 तक 10.9 अरब होगी! जनसंख्या में यह वृद्धि इसलिए होती है क्योंकि प्रजनन आयु तक पहुंचने वाली व्यक्तियों की संख्या ज्यादा है. विश्व में इतनी आबादी के लिए संसाधन नहीं है, इसलिए जनसंख्या नियंत्रण आवश्यक है!
दिव्यांग जगत पत्रिका विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में कुछ जरूरी और रोचक तथ्य दिए गए हैं जो आपको व आपके बच्चों को पता होने चाहिए-
- विश्व पर्यावरण दिवस का अपना एक एंथम है।
- पहला विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1973 को मनाया गया था।
- यूएन जनरल असेंबली ने 1972 में विश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना की थी।
- हर साल 80 ट्रिलियन से अधिक एल्यूमीनियम के डिब्बों को रीसायकल किया जाता है और उनमें से सिर्फ एक टीवी को 3 घंटे तक बिजली देने के लिए पर्याप्त होता है!
- विश्व पर्यावरण दिवस के सार्वजनिक आउटरीच अभियानों में 100 से अधिक देश शामिल हैं।
- डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, जिस रेट से जनसंख्या बढ़ रही है, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इंसानो कों साल 2050 तक जीवन को बनाए रखने के लिए तीन ग्रहों की जरूरत पड़ेगी।
- दुनिया भर में फूड वेस्ट ग्लोबल कार्बन एमिशन में 14% योगदान देता है!
- विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का कोई एक तरीका नहीं है। हर देश इसे अलग-अलग तरीकों से मनाता है, जैसे परेड, पर्यावरण आउटरीच कार्यक्रम, स्ट्रीट रैलियां, संगीत कार्यक्रम आदि।
- टॉयलेट पेपर की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हर दिन लगभग 27,000 पेड़ काटे जाते हैं।
- भारत चीन के बाद विश्व की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है!