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अवैध शराब और बजरी को लेकर कटघरे में अफसर, गहलोत समर्थित विधायक ने लगाए पुलिस-प्रशासन पर आरोप

Jaipur: जिले में अवैध शराब और अवैध खनन (Illegal mining) को लेकर पुलिस-प्रशासन के अफसरों को कांग्रेस समर्थक विधायक बाबूलाल नागर (Babulal Nagar) ने कटघरे में खड़ा कर दिया है. नागर ने कहा है कि आज भी हम अवैध खनन, अवैध शराब बिक्री (illegal liquor sales) रोकने में सफल नहीं हुए है.

बाबूलाल नागर ने पुलिस और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है
मामला दरअसल जिला सतर्कता समिति की बैठक का है. जहां दूदू विधायक बाबूलाल नागर ने पुलिस और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है. अवैध तरीके से शराब की बिक्री और अवैध खनन को रोकने में नाकान प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर विपक्ष ही नहीं बल्कि सत्ताधारी दल को समर्थन दे रहे विधायक भी अब सवाल उठाने लगे है. मुख्यमंत्री गहलोत (CM Gehlot) के समर्थक माने जाने वाले निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने जयपुर के ग्रामीण इलाकों में हो रही इन अवैध गतिविधियों को रोकने और उसमें लिप्त लोगों पर कार्रवाई के मामले में जयपुर ग्रामीण पुलिस को फेल बताया है.

पुलिस पर कारोबारियों से मिलीभगत होने के आरोप
नागर ने भरी मिटिंग में जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा (Shankar Dutt Sharma) से पूछा कि बजरी, पत्थरों से भरे डम्पर, ट्रैक्टर ट्रॉलियां एक जिले से दूसरे जिले में रात के अंधेरे में आसानी से आ-जा रही है. इन डम्पर, ट्रैक्टर के आने-जाने के इतने वीडियो मैं आपको भेज चुका हूं. आपने अब तक क्या कार्रवाई की? विधायक यहीं नहीं रूके उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में खुले शराब के ठेकों पर रात 8 बजे बाद अवैध तरीके से शराब बिकने और हरियाणा निर्मित शराब की बिक्री होने की भी बात कही. उन्होंने इस पूरे अवैध कारोबार में पुलिस पर कारोबारियों से मिलीभगत होने का आरोप लगाया.

माइनिंग विभाग के इंजीनीयर और अधिकारी पुलिस का सपोर्ट नहीं करते है
विधायक के इन आरोपों का जवाब देते हुए पुलिस अधीक्षक बोले कि जहां से अवैध खनन हो रहा है अगर इन्हे वहीं से रोका जाए तो ज्यादा ठीक है. उन्होंने इसके लिए माइनिंग विभाग के अधिकारियों, इंजीनीयरों को सीधे तौर पर जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि माइनिंग विभाग के इंजीनीयर और अधिकारी पुलिस का सपोर्ट नहीं करते, जिसके कारण पुलिस अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सही से कार्रवाई नहीं कर पाती है. उन्होंने कहा कि अवैध शराब और बजरी, पत्थर के अवैध परिवहन के लिए पुलिस की तरफ से समय-समय पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है, लेकिन संबंधित विभाग से बाद में कोई सपोर्ट नहीं मिलता है.

बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए नागर ने कहा कि आज भी हम अवैध खनन, अवैध शराब बिक्री रोकने में सफल नहीं हुए है. उन्होंने इसके पीछे कारण विभागों में कॉर्डिनेशन की कमी को बताया है. उन्होंने कहा कि जब तक माइनिंग, आबकारी विभाग, पुलिस, जिला प्रशासन के अधिकारियों की एक ज्वाईंट कॉर्डिनेशन कमेटी या टीम नहीं बनेगी, तब तक ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगा पाना मुश्किल है.

LALIT Kumawat
Author: LALIT Kumawat