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जयपुर के बिजनेसमैन को प्यार में फंसाकर दिल्ली में मर्डर:फरारी काटने के लिए चारधाम के लिए निकले हत्यारे, दंपती समेत 4 गिरफ्तार

क्राईम न्यूज

जयपुर के बिजनेसमैन को प्यार में फंसाकर दिल्ली में मर्डर:फरारी काटने के लिए चारधाम के लिए निकले हत्यारे, दंपती समेत 4 गिरफ्तार

मुकेश वैष्णव/दिव्यांग जगत/अजमेर

अजमेर । जयपुर के एक बिजनेसमैन को महिला ने प्यार में फंसाकर दिल्ली मिलने बुलाया। यहां अपने पति और साथियों के साथ मिलकर बंधक बना लिया। हाथ-पैर बंधे बिजनेसमैन की फोटो भेजकर परिजनों से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। परिजनों ने फिरौती नहीं दी तो हत्या कर दी और लाश को गद्दे में बांधकर नाले में फेंक दिया। मर्डर के बाद हत्यारे फरारी काटने के लिए चार धाम के लिए निकल गए। पुलिस ने 300 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर लाश बरामद की और चार राज्यों में दबिश देकर पति-पत्नी समेत 4 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में फरार 2 हत्यारों की तलाश की जा रही है।
जयपुर की गलता गेट थाना पुलिस ने बिजनेसमैन दिलीप सांवरिया को मारने वाले दंपती समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

बिजनेसमैन को बंधक बनाकर मांगी फिरौती

डीसीपी (नॉर्थ) राशि डोगरा डूडी ने बताया- गलतागेट निवासी पीयूष सांवरिया ने 28 मई को पिता दिलीप सांवरिया (51) की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया कि पिता दिलीप सांवरिया ई-रिक्शा की बैटरी का बिजनेस करते हैं। 20 मई की रात करीब 10:30 बजे फरीदाबाद जाने की कहकर निकले थे। 7 दिन बीतने के बाद भी उसने संपर्क नहीं हो रहा है। 28 मई को सुबह उनके ही मोबाइल से वॉट्सऐप पर फोटो भेजी गई। इसमें उनके मुंह पर टेप और हाथ-पैर बंधे हुए हैं। कॉल कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है।
बिजनेसमैन के अवैध संबंध का चला पता
राशि डोगरा डूडी ने बताया- गलतागेट थाना पुलिस ने बिजनेसमैन दिलीप सांवरिया की मोबाइल की लोकेशन निकलवाई। लास्ट लोकेशन कानोता इलाके में अलग-अलग जगह की आई। लापता होने के दौरान की लोकेशन दिल्ली की भी मिली। कॉल डिटेल के आधार पर पता चला कि बिजनेसमैन दिलीप सांवरिया अंजली सोनी (21) नाम की महिला के संपर्क में था।
अंजली अपने पति प्रदीप गोस्वामी (23) पुत्र रामसिंह निवासी गांव रिठोश कल्ला, मुरैना (मध्यप्रदेश) के साथ गलतागेट स्थित गणेशपुरी कॉलोनी के सत्यम मार्ग पर रह रही थी। अंजली की लोकेशन चेक करने पर दिल्ली की मिली। शक के आधार पर पुलिस ने जानकारी जुटाना शुरू किया। अंजली और ई-रिक्शा चलाने वाला उसका पति प्रदीप गायब मिले। पुलिस जांच में सामने आया कि बिजनेसमैन और अंजली के बीच संबंध थे। बिजनेसमैन से अंजली ने करीब 30 हजार रुपए उधार भी ले रखे थे।

4 दिन में फ्लैट ढूंढा, नाले में मिली लाश
डीसीपी (नॉर्थ) ने बताया- पुलिस की एक टीम को दिल्ली भेजा गया। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने करीब 4 दिन तक दिल्ली में दिलीप सांवरिया की तलाश की। एक फ्लैट की तलाशी में दिलीप सांवरिया की हत्या के सबूत मिले। पुलिस टीम ने दिल्ली के 300 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले तो एक संदिग्ध कार दिखाई दी। फुटेज के आधार पर 6 जून को दिल्ली के सुल्तानपुरा माजरा स्थित सरकारी स्कूल के पास गंदे नाले में सर्च किया।
6 फीट ऊंची दीवार पर चढ़कर देखने पर पुलिस को नाले में गद्दों का बंडल दिखाई दिया। नाले से बाहर निकालकर बंडल को खोला। इसमें तकिए, प्लास्टिक के कट्टे, बेडशीट के साथ दिलीप सांवरिया की लाश लिपटी मिली। लाश के हाथ-पैर बंधे थे और मुंह पर टेप लगा था। प्रथम दृष्टया जांच में गला घोंटकर हत्या करना सामने आया। पुलिस ने दिल्ली में ही शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
महिला ने फोन कर बिजनेसमैन को दिल्ली मिलने बुलाया था। यहां अपने पति और साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी।
फरारी काटने चार धाम के लिए निकले

राशि डोगरा डूडी ने बताया- पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। मुखबिर से पता चला कि मर्डर कर हत्यारे फरारी काटने के लिए चार धाम के लिए निकल गए। पुलिस टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर दबिश देकर आरोपी अंजली और उसके पति प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया। उसके दो साथी विजय (29) पुत्र हंसराज निवासी पावटा प्रागपुरा हाल जेजे कॉलोनी नांगली दिल्ली और संतोष कुमार (25) पुत्र शिवलाल निवासी चमोली उत्तराखंड हाल पिरागढ़ी मिया पाली नगर दिल्ली को चंबोली में गोपेश्वर मंदिर से पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लाश ठिकाने लगाने में इस्तेमाल ली गई कार जब्त की है। वहीं मामले में फरार मनीष और मुकेश की तलाश की जा रही है।

प्लानिंग के तहत मार डाला
गलतागेट थाने के एसएसओ लिखमाराम ने बताया- पूछताछ में सामने आया कि मृतक दिलीप सांवरिया पिछले काफी समय से अंजली सोनी से रिलेशन में था। अंजली उससे काफी परेशान हो गई थी। 3 मई को अंजली और उसका पति प्रदीप दिल्ली अपने साथियों के पास चले गए और उनके साथ मिलकर प्लानिंग की। अंजली ने कॉल कर दिलीप को मिलने के लिए दिल्ली बुलाया। एक बार मना करने पर दोबारा दबाव डालकर दिल्ली आने के लिए कहा।
20 मई की रात दिलीप बस से दिल्ली के लिए रवाना हो गया। दिल्ली पहुंचते ही दिलीप को प्लानिंग के तहत गैंग ने बंधक बना लिया। दिलीप के हाथ-पैर बांधने के साथ मुंह पर टेप चिपका दी। दिलीप के मोबाइल से ही वॉट्सऐप पर परिवार को फोटो भेजी और 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी, लेकिन घरवाले रुपए लेकर नहीं आए। अंजली और उसका पति प्रदीप साथियों के पास दिलीप सांवरिया को छोड़कर 21 मई को जयपुर आ गए। करीब 2 दिन बाद साथी विजय जयपुर आया। जयपुर आकर उसने दिलीप सांवरिया की हत्या कर शव नाले में ठिकाने लगाने के बारे में बताया।

पुलिस को गुमराह करने के लिए मोबाइल लेकर घूमा आरोपी
पुलिस को गुमराह करने के लिए विजय अपने साथ मृतक दिलीप सांवरिया का फोन लेकर जयपुर आ गया था। मृतक के मोबाइल को जयपुर में अलग-अलग जगहों पर लेकर घूमा, ताकि पुलिस को इस बात का पता नहीं चल सके कि गुमशुदा का मर्डर हो गया। आखिरी लोकेशन कानोता साइड में दिखाकर मोबाइल बंद कर दिया और वापस दिल्ली रवाना हो गया।

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